हमेशा खुश रहने वाले बच्चों में ये चीजें होती हैं कॉमन

By AV News

सभी बच्चे अलग होते हैं, कुछ हमेशा खुश रहते हैं, तो वहीं कुछ बच्चे उदास या चुपचाप रहते हैं। हालांकि, हर किसी को हमेशा खुश रहने वाले बच्चे ही पसंद आते हैं और हर कोई चाहता है कि उनका बच्चा हमेशा खुश और मुस्कुराता रहे।
अगर आप भी अपने बच्चे को खुश देखना चाहते हैं तो इसके लिए आपको उसके अंदर कुछ आदतें विकसित करनी होंगी। यहां आज हम आपको बताने जा रहे हैं कि खुश रहने वाले बच्चों में क्या आदतें कॉमन होती हैं, और आपको अपने बच्चों के अंदर किन आदतों को विकसित करने पर गौर करना चाहिए ताकि वो खुश रहे।

हर कदम पर साथ

जो बच्चे अपने पेरेंट्स के करीब होते हैं, वो ज्यादा सुरक्षित महसूस करते हैं। ये बच्चे खुश रहते हैं और अपनी बात को अपने मां-बाप के साथ खुलकर शेयर कर पाते हैं। जिन बच्चों को पेरेंट्स के साथ सिक्योर महसूस होता है, वो आसपास के माहौल को अच्छे से जान पाते हैं और उनके सोशल स्किल्स बेहतरीन विकसित होते हैं।

पेरेंट्स का पॉजिटिव तरीका

जो मां-बाप अपने बच्चों की परवरिश सकारात्मक तरीके से करते हैं, उनके बच्चे अक्सर खुश रहते हैं। ये बच्चे बाकी बच्चों की तुलना में ज्यादा स्वस्थ रहते हैं और इनका आत्मविश्वास भी अधिक होता है। अगर आप चाहते हैं कि आपका बच्चा भी खुश रहे, तो आप उसकी तारीफ करें और अच्छा करने पर उसे रिवॉर्ड जरूर दें।

खेलने का पूरा अवसर देना

आपको अपने बच्चों को खेलने के लिए पर्याप्त समय देना चाहिए। इससे बच्चे खुद को व्यक्त करना भी सीखते हैं। उनमें प्रॉब्लम को सॉल्व करने के स्किल्स भी आते हैं और बच्चों की एनर्जी सही दिशा में इस्तेमाल होती है।

संतुलित आहार दें

सही खानपान न सिर्फ आपको शारीरिक रूप से स्वस्थ रखता है बल्कि आपको मानसिक और भावनात्मक रूप से भी मजबूत बनाता है। जो बच्चे खाने में फल, सब्जियां और साबुत अनाज लेते हैं उनका मूड अच्छा रहता है और बौद्धिक विकास बेहतर होता है। सही पोषण से संपूर्ण स्वास्थ्य बेहतर रहता है और बच्चे भी अंदर से खुश महसूस करते हैं। अगर आप भी चाहते हैं कि आपका बच्चा खुश रहे और तरक्की करे, तो आप खुद उसके लिए ऐसा माहौल बनाएं जहां उसे खुशी महसूस होती हो।

फैमिली के साथ क्वालिटी टाइम

परिवार के साथ क्वालिटी टाइम बिताना जैसे कि खेल खेलना, घूमने जाना, एकसाथ खाना, बातें करना आदि भी बच्चे के खुश रहने में अहम योगदान निभाते हैं। जरनल ऑफ फैमिली साइकोलॉजी की एक स्टडी में पाया गया है कि जो लोग नियमित रूप से फैमिली एक्टिविटी करते हैं, उनमें सोशल सिक्योरिटी और खुशी का स्तर अधिक होता है।

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