अमृत-2 में जलाशयों-पार्कों को संवारने के लिए मिलेगी राशि

प्रदेश सरकार ने नगर निगम से मांगी डीपीआर
Thank you for reading this post, don't forget to subscribe!
उज्जैन। नगरीय निकायों में जलापूर्ति, सीवरेज, जलाशयों के शुद्धीकरण और पार्कों का सुंदरीकरण करने के लिए मप्र में अमृत-दो योजना के तहत 11 हजार 786 करोड़ रुपये स्वीकृत हुए हैं। इसमें से 4176 करोड़ रुपये केंद्र, 6268 करोड़ रुपये राज्य जबकि 1234 करोड़ रुपये निकायों को खर्च करना होगा। अमृत-2 के लिए नगर निगम उज्जैन के साथ ही नगरीय निकायों को प्रस्ताव के साथ-साथ डीपीआर देने को कहा गया है।
बता दें कि नगरीय निकायों में पानी की गुणवत्ता और उसकी गुणवत्ता सुधार करने के लिए केंद्र सरकार ने अमृत योजना की शुरुआत की है। इसके तहत शहरी क्षेत्रों में जलापूर्ति, सीवेज नेटवर्क, जलाशयों की सफाई और सुंदरीकरण के साथ हरितभूमि का विस्तार किया जाता है। जलाशयों की सेहत सुधारने के लिए प्रथम चरण में एक लाख से कम आबादी वाले क्षेत्रों और जलाशयों में प्रदूषण की वजह से एनजीटी में प्रकरण चल रहा है। ऐसे नगरीय निकायों को शामिल किया गया है। छोटे नगरीय निकायों के तहत चार धार्मिक नगरों उज्जैन, मैहर, खजुराहो और ओरछा में जलाशयों के शुद्धीकरण पर राशि खर्च की जाएगी। उद्यान के निर्माण और सौंदर्यीकरण के लिए भी राशि जारी की गई है।
मप्र में इन मदों पर खर्च होगी अमृत दो योजना की राशि
कार्य स्वीकृत राशि
जलापूर्ति 6265 करोड़ रुपये
सीवेज 4932 करोड़ रुपये
जलाशय 471 करोड़ रुपये
उद्यान 117 करोड़ रुपये









