इस बार शिव योग में मनेगी नाग पंचमी, जानें क्यों की जाती है नाग देवता की पूजा!

By AV NEWS

नाग देवता के पूजन का पर्व नागपंचमी इस बार दो अगस्त को मनाई जाएगी। इस तिथि पर विशेष संयोग भी बन रहा है। श्रदधालु इस दिन बाबा भोलेनाथ के साथ नाग देवता की विशेष पूजा अर्चना करते हैं। इस बार नाग पंचमी विशेष संयोग में मनाई जाएगी। इसको लेकर तैयारियां पूरी हो चुकी हैं। शिव मंदिरों में भोलेनाथ के साथ नागदेवता की पूजा अर्चना की जाएगी। इस दिन नाग देवता का पूजन करने से विशेष फल प्राप्त होता है।

इस बार नाग पंचमी चार विशेष योगों से युक्त होगी। नाग पंचमी हर साल सावन शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को मनाई जाती है। इस बार नाग पंचमी सावन के तीसरे सोमवार के बाद मनाई जाएगी। उन्होंने बताया कि इस दिन मंगलवार पड़ेगा। मंगलवार होने से संजीवनी योग बन रहा है। इसके साथ ही इस दिन पूर्वा फाल्गुनी नक्षत्र और हस्त नक्षत्र का भी खास संयोग बन रहा है। इस दिन रवि योग और सिद्धि योग का भी खास संयोग है,

जिसके चलते इस दिन गौरी मंगला योग बन रहा है। सलैया के शिवा रायल पार्क फेस-दो में सावन माह में शिवलिंग बनाए जा रहे हैं। अब तक 13 दिनों में 30 हजार शिवलिंग बनाए गए हैं। आठ अगस्त तक निरंतर शिवलिंग बनाए जाएंगे। कुल 51 हजार मिट्टी के पार्थिव शिवलिंग बनाए जाएंगे। आयोजक प्रताप सिंह यादव ने बताया कि शिवलिंग निर्माण के अलावा रोजाना शिवजी का अभिषेक भी किया जा रहा है।

सुबह आठ से 10 बजे तक अभिषेक किया जाता है, जिसमें बड़ी संख्या में श्रद्धालु उमड़ते हैं।नागपंचमी चौरसिया समाज महोत्सव के रूप में मनाएगा। अखिल भारतीय चौरसिया समाज के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष कृष्णकांत चौरसिया ने बताया कि पिछले दो साल से कोरोना के कारण नाग पंचमी पर समाज द्वारा कोई बड़ा आयोजन नहीं किया गया।

इस बार जहांगीराबाद स्थित लाला शादी हाल में शाम चार बजे नाग देवता की पूजन व महाआरती होगी। सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुती दी जाएगी। इस दौरान सामूहिक भोज का आयोजन भी किया गया है।

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