उज्जैन:अब शिप्रा के भरोसे शहर की जलप्रदाय व्यवस्था

By AV NEWS

गंभीर बांध: कुल क्षमता 2250 एमसीएफटी

मानसून की बेरूखी: अब दो दिन छोड़कर नलों से आयेगा पानी

उज्जैन। मानसून की बेरूखी के कारण गंभीर बांध खाली होने की कगार पर पहुंच चुका है। अब शहर की जलप्रदाय व्यवस्था शिप्रा नदी के भरोसे है। नदी के कुछ बैराजों में अभी पानी स्टोर है जिसे गऊघाट जलयंत्रालय तक लाकर पीएचई अफसर अब शहर की प्यास बुझाने का इंतजाम करने में लगे हैं वहीं दूसरी ओर पहले से एक दिन छोड़कर हो रहे जलप्रदाय में बदलाव करते हुए अब दो दिन छोड़कर जलप्रदाय का निर्णय भी हो चुका है।

गंभीर बांध में पानी स्टोर की कुल क्षमता 2250 एमसीएफटी है। शहर में प्रतिदिन जलप्रदाय के दौरान पानी की खपत 9 एमसीएफटी गंभीर बांध से होती है। इसके अलावा पीएचई द्वारा उंडासा तालाब, साहेबखेड़ी तालाब से भी जलप्रदाय के लिये पानी का उपयोग किया जाता है। वहीं गऊघाट जलयंत्रालय से शिप्रा नदी का पानी जलप्रदाय के लिये लिया जाता है। इन सभी स्रोतों से पानी लेकर पूरे शहर की प्यास अब तक बुझाई जा रही थी। मानसून सीजन के 4 माह छोडऩे के बाद गंभीर डेम के 2250 एमसीएफटी पानी को अगले 8 माह तक जलप्रदाय के उपयोग में लेने की जिम्मेदारी पीएचई विभाग की है।

पीएचई अफसर जून माह के अंतिम सप्ताह तक बारिश होने और डेम में पानी होने का आंकलन कर रहे थे, क्योंकि पिछले वर्ष 28 जून को डेम में पानी की आवक शुरू हो चुकी थी। डेम के लगातार कम हो रहे पानी को देखकर पीएचई अफसरों द्वारा दो माह पहले ही शहर में एक दिन छोड़कर जलप्रदाय शुरू कर दिया गया था लेकिन इस वर्ष मानसून की बेरूखी के कारण गंभीर डेम में पानी नहीं आया और खपत लगातार होती रही। अफसरों ने चैनल कटिंग कर पम्पों तक पानी लाने का प्रयास भी किया लेकिन अब चैनल कटिंग से भी पानी पंपों तक नहीं पहुंच रहा है। आज की स्थिति में गंभीर डेम में मात्र 133 एमसीएफटी पानी स्टोर है, जबकि बारिश की अभी तक कोई संभावना नजर नहीं आ रही। अब दो दिन छोड़कर शहर में जलप्रदाय होने की स्थिति में पीएचई अफसर टैंकरों के माध्यम से जल आपूर्ति करने का दावा कर रहे हैं।

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