उज्जैन:कोरोना से पति और पिता को खो चुकी महिला के साथ देवरों ने की धोखाधड़ी

देवरों ने मोबाइल भी नहीं लौटाए, उन्हीं से ट्रांसफर किए रुपए, धोखाधड़ी व अमानत में खयानत का केस दर्ज

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पति के खाते से 3 लाख रु. ट्रांसफर कर दिए

पति थे इंफोसिस कंपनी में प्रोजेक्ट मैनेजर, वर्कफ्रॉम होम के कारण पुुुुुुुणे से लौट आये थे गांव

उज्जैन। अंजुश्री कॉलोनी में रहने वाली महिला के पिता का कोरोना से निधन हो गया। कुछ दिन बाद पति की तबियत बिगड़ी और उपचार के दौरान पति की भी कोरोना से मृत्यु हो गई। इस दौरान पति के दोनों मोबाइल देवरों ने अपने पास रख लिये। अंत्येष्टि के बाद महिला ने देवरों से मोबाइल वापस मांगे तो उन्होंने उठावने के बाद मोबाइल लौटाने की बात कही लेकिन नहीं लौटाये। पति के उत्तर कार्य के बाद महिला ने पति का बैंक अकाउंट ऑनलाइन चैक किया तो पता चला कि पति की मृत्यु के बाद उनके अकाउंट से ससुर के खाते में 3 लाख रुपये ट्रांसफर हुए हैं। इसकी शिकायत नानाखेड़ा थाने में दर्ज कराई गई।

मनाली पति सुरेश परमार (33 वर्ष) निवासी रूदाख्या कनवास थाना देपालपुर का मायका अंजुश्री कॉलोनी उज्जैन में है। मनाली ने पुलिस को बताया उनके पति सुरेश इंफोसिस कंपनी में प्रोजेक्ट मैनेजर थे। वह दो बेटी मिशिका और काव्या के साथ पुणे में ही रहती थीं। सितम्बर 2020 में वर्क फ्रॉम होम के कारण पति व बेटियों के साथ रूदाख्या गांव लौट आये थे। 18 अप्रैल को मनाली के पिता राधाकिशन की तबियत बिगड़ी तो वह सुरेश परमार के साथ मायके आ गई। उनकी कोरोना से मृत्यु हो गई। इसी बीच पति सुरेश परमार कोरोना की चपेट में आ गये।

उनका पहले पुष्पा मिशन और बाद में आरडी गार्डी अस्पताल में उपचार चला। इस दौरान मनाली के साथ उसके देवर राजेश और मनोज भी अस्पताल में रहे। 3 मई को सुरेश परमार की उपचार के दौरान मृत्यु हो गई। उनकी अंत्येष्टि के दौरान दोनों मोबाइल देवर राजेश और मनोज ने अपने पास रख लिये थे। मनाली ने मायके अंजुश्री लौटने पर देवरों से मोबाइल मांगे तो उन्होंने उठावने के बाद लौटाने की बात कही लेकिन नहीं लौटाये। सुरेश परमार के मृत्यु पश्चात कर्मकांड होने के बाद मनाली ने लेपटॉप पर ऑनलाइन पति का एसबीआई पुणे का बैंक अकाउंट चैक किया तो पता चला कि पति की मृत्यु के बाद उनके अकाउंट से ऑनलाईन ट्रांजेक्शन हुआ है और 3 लाख रुपये ससुर लल्लू परमार के खाते में ट्रांसफर किये गये हैं। इस पर मनाली ने नानाखेड़ा थाने पहुंचकर देवर राजेश और मनोज के खिलाफ धारा 420 और अमानत में खयानत का प्रकरण दर्ज कराया।

मोबाइल में थी अकाउंट की जानकारी
मनाली ने पुलिस को बताया कि उनके पति सुरेश परमार दो मोबाइलों का उपयोग करते थे। बैंक अकाउंट से ऑनलाइन ट्रांजेक्शन भी करते थे। मोबाइलों में ही बैंक संबंधी जानकारी और पासवर्ड, ईमेल आईडी आदि की जानकारी भी थी। देवरों ने उन्हीं का उपयोग कर 3 लाख रुपयों की धोखाधड़ी की और पति के मोबाइल भी अपने पास ही रख लिये।

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