मृतकों के परिजनों को आठ घंटे इंताजर के बाद भी नहीं मिले शव,भड़के लोग
डॉक्टर बोले-सुबह एक से दो घंटे परिजनों को करना पड़ा इंतजार…
उज्जैन। कोरोना संकट लगातार गहराता जा रहा है। हालात बिगडऩे के साथ ही अब संसाधन भी कम पडऩे लगे हैं। सोमवार को चरक अस्पताल में शव रखने वाले बाडी कवर खत्म हो गए। इसके चलते आठ से दस घंट देरी से परिजनों को शव मिल सके। इससे लोगों का सब्र टूट गया और वे भड़क गए। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान समेत बड़े अफसरों को ट्वीट और शिकायत करने के बाद साढ़े दस बजे सात बॉडी कवर चरक अस्पताल पहुंचे, इसके बाद शव उनके परिजनों को सौंपे गए। वहीं सीएमएचओ स्टोर इंचार्ज का कहना है कि आज 50 बॉडी कवर के आर्डर दिए गए हैं। अचानक ज्यादा मौत होने से बॉडी कवर की डिमांड बड़ गई है।
जिंदों के लिए दवाई मत दो, मुर्दों के लिए बॉडी कवर तो उपलब्ध करा दो- गंगवाल
कांग्रेस नेता अनिल गंगवाल ने बताया कि उनके परिचित की चरक अस्पताल में कल रात 12 बजे से मौत हो गई थी। अस्पताल से रात में ही सूचना आ गई थी। रात में ही परिजनों ने शव लेने की सभी आवश्यक कार्यवाही पूरी कर दी थी। डेथ सर्टिफिकेट भी बन गया था। उसके बाद अस्पताल स्टॉफ ने कहा कि डॉक्टर डेथ सर्टिफिकेट पर हस्ताक्षर करेंगे उसके बाद शव सुबह सात बजे सौंपा जाएगा। परिजन रात में घर आ गए। सुबह 9 बजे तक शव नहीं सौंपा गया और बताया गया कि बॉडी कवर खत्म हो गए हैं। आने के बाद दिए जाएंगे। परेशान होकर अस्पताल में नियुक्त भाजपा के प्रतिनिधि राजेश बोराणा को फोन लगाकर मदद के लिए आग्रह किया। इसके बाद भी साढ़े दस बजे तक शव नहीं मिल पाया था। करीब पौन 11 बजे बॉडी कवर आए उसके बाद शव को दिया गया। 10 घंटे से ज्यादा समय तक शव अस्पताल में रखा रहा, परिजन परेशान होते रहे।
पीटीएस में ऑक्सीजन की कमी से महिला की मौत
पीटीएस में ऑक्सीजन की कमी से एक महिला की मौत हो गई। उसके परिजनों ने ऑक्सीजन की कमी का आरोप लगाया है। उनका आरोप है कि पीटीएस में ऑक्सीजन की व्यवस्था नहीं होने से उनके परिजन की मौत हुई है। इस संबंध में भारत विकास परिषद के प्रभारी रवि सोलंकी से बात करने का प्रयास किया गया, लेकिन उन्होंने फोन रिसिव नहीं किया। पीटीएस में कोविड केयर सेंटर बनाया गया है।
हां चरक अस्पताल में आज सात लोगों की मौत हुई है। शव को रखकर देने वाले बॉडी कवर खत्म हो गए थे। इसलिए परिजनों को एक से दो घंटे इंतजार करना पड़ा। हम भी क्या कर सकते हैं। सीएमएचओ स्टोर से बॉडी कवर मिलते हैं। उन्हीं में शव रखकर दिए जाते हैं। जैसे ही कवर आए हमने बॉडी को रखकर सुपुर्द कर दिए । -डॉ. चंदेल, चरक अस्पताल में कोविड वार्ड प्रभारी