उज्जैन:जानिए क्या होगी व्यवस्था,नागचंद्रेश्वर मंदिर तक जाने की

जानिए क्या होगी व्यवस्था,नागचंद्रेश्वर मंदिर तक जाने की

श्रद्धालुओं के लिए चारधाम से कतार

उज्जैन। वर्ष एक बार नागपंचमी पर खुलने वाले भगवान नागचंद्रेश्वर मंदिर के पट खुलने के बाद मंदिर तक श्रद्धालुओं को ले जाने के लिए प्रशासन द्वारा व्यापक इंतजाम किए गए है। नागचंद्रेश्वरपहुंचने के लिए श्रद्धालुओं को अलग से कतार में लगना होगा। यह कतार चारधाम मंदिर से शुरू होगी।

त्रिकाल पूजन : नागपंचमी पर 5 लाख श्रद्धालुओं के आने का अनुमान लगाया जा रहा है। नागपंचमी पर्व पर भगवान नागचंद्रेश्वर की त्रिकाल पूजा की जाएगी।

इसमें सोमवार रात 12 बजे पट खुलने के बाद पंचायती महानिर्वाणी अखाड़े के महंत विनीत गिरिजी पूजन करेंगे। शासकीय पूजन मंगलवार दोपहर 12 बजे की जाएगी। श्री महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति की ओर से मंगलवार संध्या आरती के बाद मंदिर के पुजारी और पुरोहित पूजन-आरती करेंगे।

सामान्य श्रद्धालु

प्रवेश: चारधाम मंदिर के झिकजैक से होकर हरसिद्धि चौराहा से बड़ा गणेश के सामने, गेट चार नंबर से विश्राम धाम पहुंचेंगे। यहां की रैलिंग से नए पुल से नागचंद्रेश्वर जाएंगे।

निर्गम: विश्राम धाम से होकर मार्बल गलियारे से मंदिर के मुख्य पालकी गेट से बाहर होंगे।

शीघ्र दर्शन व्यवस्था

प्रवेश: नागचंद्रेश्वर मंदिर में शीघ्र दर्शन टिकट लेने वाले दर्शनार्थी चारधाम से आकर हरसिद्धि से शामिल होकर दूसरी कतार से सामान्य दर्शनार्थी के साथ मंदिर पहुंचेगे।

निर्गम: मुख्य गेट से बाहर होकर हरसिद्धि तक पहुंचेंगे।

वीआईपी

प्रवेश: नर्माल्य गेट से प्रवेश के बाद सभा मंडप के ऊपर से होकर रैंप से विश्राम धाम पहुंचकर नए पुल से दर्शन।

निर्गम: नए पुल से विश्राम धाम होकर सभामंडप के ऊपर से रैंप में वापसी।

भस्मआरती के लिए मंगलवार को प्रोटोकॉल कार्यालय से प्रवेश

नागपंचमी की दर्शन व्यवस्था को देखते हुए मंगलवार को तड़के होने वाले भस्मी आरती में प्रवेश और निर्गम व्यवस्था में बदलाव किया है। कलेक्टर के अनुसार मंगलवार को भस्मआरती करने वाले श्रद्धालुओं को बेगमबाग मार्ग से होकर प्रोटोकॉल कार्यालय से प्रवेश दिया जाएगा।

निर्गम भी इसी मार्ग से होगा। चलित भस्मआरती नहीं की जा सकेगी। चारधाम मंदिर के सामने प्रशासन ने बैरिकेड्स से जिकजैक बना दिया है। इससे होकर भक्तों को जाना होगा। इनसेट महाकाल में बनाए अस्थाई पुल को तिरंगे की सजावट की है।

अस्थायी पुल से पहुंचेंगे श्रद्धालु: नागचंद्रेश्वर मंदिर में दर्शन के लिए महाकालेश्वर मंदिर परिसर में अस्थायी पुल बनाया है। अधिकारियों का कहना है कि नए ब्रिज से सामान्य श्रद्धालुओं को शीघ्रता से दर्शन कराने में सुविधा मिलेगी।

पार्किंग: कर्कराज मंदिर, नृसिंह घाट, कार्तिक मेला मैदान जूता स्टैंड, खोया-पाया केंद्र,

लड्डू प्रसादी: चारधाम मंदिर मार्ग,कर्कराज मंदिर।

नागचंद्रेश्वर के लिए अलग कतार: श्री महाकालेश्वर मंदिर और श्री नागचंद्रेश्वर मंंदिर जाने के लिए अलग-अलग कतार रहेगी। आम श्रद्धालु नृसिंहघाट के सामने से होकर चारधाम जिग्जेग से होकर हरसिद्धि चौराहा से बड़ा गणेश के सामने, गेट चार नंबर से विश्राम धाम पहुंचेंगे।

मंदिर में दर्शन के बाद विश्राम धाम से होकर मार्बल गलियारे से मंदिर के मुख्य पालकी गेट से बाहर होंगे। शीघ्र दर्शन टिकट वाले चारधाम से हरसिद्धि से शामिल होकर दूसरी कतार से सामान्य दर्शनार्थी के साथ मंदिर पहुंचेंगे।

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