उज्जैन:शहर में 3000 से अधिक पेड़ ध्वस्त 100 से अधिक मकान दुकान झोपड़ी क्षतिग्रस्त

शहर में 3000 से अधिक पेड़ ध्वस्त 100 से अधिक मकान दुकान झोपड़ी क्षतिग्रस्त

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बवंडर के बाद शाम 7:00 बजे से गुल हुई बिजली दोपहर 12:00 बजे तक कई इलाकों में नहीं लौटी उमस और गर्मी से लोग बेहाल

पक्के मकानों से लेकर झोपड़ी तक आए तेज हवाओं की चपेट में 

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उज्जैन शुक्रवार शाम तेज गर्मी के दौरान मौसम ने अचानक करवट बदली और तेज बवंडर के साथ बारिश शुरू हो गई 50 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चली तेज हवा ने शहर में 3000 से अधिक पेड़ों को अपनी चपेट में लिया अनेक पेड़ जड़े छोड़कर ध्वस्त हो गए तो कुछ पेड़ों की डालें टूट कर जमीन पर आ गिरी अनेक कालोनियों और शहर के मुख्य मार्गो पर पेड़ और उसकी डालियां टूट कर बिजली के तारों पर भी गिरी पूरे शहर की विद्युत व्यवस्था ठप हो गई।

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इसका परिणाम यह रहा कि बीती शाम 7:00 बजे से गुल हुई बिजली दूसरे दिन दोपहर 12:00 बजे तक अनेक इलाकों में नहीं लौटी जिस कारण लोगों को तेज गर्मी और उमस के कारण परेशान होना पड़ा हालांकि बवंडर से किसी के घायल होने की खबर नहीं है।

मौसम प्रेक्षक राजेंद्र गुप्ता ने बताया कि प्री मानसून एक्टिविटी के चलते शुक्रवार देर शाम 40 से 50 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चली अधिक समय तक तेज हवाएं चलने के कारण इतनी बड़ी संख्या में पेड़ गिरे और घरों को नुकसान पहुंचा शहर में स्थिति यह रही कि अनेक पेड़ पक्के मकानों पर गिरे तो कच्ची बस्तियों में बनी झोपड़ियों के पत्रे तेज हवाओं में उड़ते चले गए दुकानों के बोर्ड कांच भी टूट फूट गए उद्यान मार्ग कोठी रोड पंचमपुरा सिंधी कॉलोनी क्षेत्र आगर रोड खिलचीपुर नाका आपके क्षेत्र महाकाल नरसिंह घाट क्षेत्र आदि इलाकों के मुख्य मार्गो पर पेड़ गिरने से यातायात भी प्रभावित हुआ।

दोपहर तक चलता रहा बिजली सुधार का काम

लोगों ने कहा विद्युत मंडल मेंटेनेंस के नाम पर करता है नौटंकी

1 दर्जन से अधिक क्षेत्रों में विद्युत तारों पर पेड़ गिरने से शहर की विद्युत व्यवस्था हक हो गई विद्युत विभाग का अमला रात में लाइन सुधारने के काम में जुटा लेकिन शनिवार दोपहर 12:00 बजे तक शहर के अधिकांश क्षेत्रों में विद्युत व्यवस्था सुचारू नहीं हो पाई मंडल के अधिकारियों का कहना खाकर हमारे पास सीमित स्टाफ है जबकि शहर के अधिकांश क्षेत्रों में बिजली बंद होने की शिकायतें मिल रही हैं बड़े डैमेज को ठीक करने के प्रयास किए जा रहे हैं

ना पंखे चलें ना मोबाइल चार्ज हुआ

शहर के अनेक क्षेत्रों और कालोनियों मैं शनिवार दोपहर 12:00 बजे बाद तक विद्युत व्यवस्था सुचारू नहीं होने के कारण लोग तेज गर्मी और उमस के बीच पंखे व कूलर ओं को निहारते रहे यहां तक की लगातार 14 घंटे बिजली गुल रहने के कारण मोबाइल भी डिस्चार्ज हो गए कॉलोनियों के लोग विद्युत मंडल के जून कार्यालयों में पहुंच कर विद्युत व्यवस्था सुचारू करने की शिकायतें करते नजर आए।

 

विद्युत मंडल द्वारा प्रतिवर्ष मानसून के पहले मेंटेनेंस के नाम पर शहर की कालोनियों में बिजली कटौती की जाती है अधिकारियों का तर्क होता है कि विद्युत तारों के आसपास लगे बड़े वृक्षों की छटाई और कटाई आदि मेंटेनेंस के लिए कटौती अनिवार्य है लेकिन शुक्रवार शाम चली तेज हवाओं ने विद्युत मंडल के दावों की पोल खोल दी क्योंकि मेंटेनेंस के नाम पर विद्युत कटौती तो हुई लेकिन पेड़ों की कटाई छटाई नहीं की गई जिसका परिणाम यह रहा कि तेज हवाएं चलने के कारण पेड़ और उनकी बड़ी-बड़ी डालिए विद्युत तारों पर आ गिरी जिससे शहर के विद्युत व्यवस्था पूरी तरह चौपट हो गए।

शहर में अलग-अलग क्षेत्रों में 3000 से अधिक पेड़ या तो जड़ों से उखड़ गए या फिर उनकी बड़ी-बड़ी डालियां जमीन पर आ गिरी नगर निगम आयुक्त सुबह से स्थिति का जायजा लेने निकले लेकिन पेड़ों को मुख्य मार्गो और घरों से अलग करने का काम दोपहर बाद तक नहीं हो पाया लोग पेड़ काटने वालों को ढूंढते नजर आए।

गिरे पेड़ों को हटा नहीं पाया निगम का अमला

मौसम विशेषज्ञ राजेंद्र गुप्ता ने बताया कि बीती शाम अचानक मौसम में आए बदलाव के बाद 40 से 50 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चलने और बारिश प्रिमानसून एक्टिविटी के अंतर्गत आते हैं एसी स्थितियां कम ही निर्मित होती हैं इसका पूर्वानुमान लगाना संभव नहीं बीती रात कुल 38 मिलीमीटर बारिश दर्ज हुई है सुबह हवा की गति 4 किलोमीटर प्रति घंटा दर्ज हुई।

 

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