उज्जैन:शिप्रा में बाढ़ फिर भी प्यासा शहर.. नहीं बढ़ा गंभीर डेम का जल स्तर

गंभीर: आज सुबह तक कुल क्षमता 2250 से मात्र 412 एमसीएफटी पानी स्टोर
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उज्जैन।बुधवार को इंदौर में झमाझम बारिश के बाद उज्जैन के शिप्रा नदी का जलस्तर बढ़ गया लेकिन इस बारिश का गंभीर बांध पर कोई असर नहीं हुआ। खास बात यह कि गंभीर के कैचमेंट एरिया में भी तेज बारिश नहीं हो रही इस कारण पानी की समस्या बनी हुई है। सुबह डेम में 412 एमसीएफटी पानी स्टोर था।
मानसून सीजन आधा गुजर जाने के बावजूद अब तक गंभीर डेम पूरी क्षमता से नहीं भर पाया है। परिणाम यह कि शहर में बारिश सीजन में एक दिन छोड़कर जलप्रदाय हो रहा है। अब सितम्बर माह में होने वाली बारिश के भरोसे पीएचई विभाग बैठा है। वहीं डेम अपनी क्षमता से नहीं भर पाने की स्थिति में किसी दूसरी योजना पर काम भी शुरू नहीं हुआ है।
हालांकि वर्तमान में उज्जैन व इंदौर संभाग में दूसरे दौर की बारिश शुरू होने के कारण डेम भरने की कुछ उम्मीद अवश्य बनी है। गंभीर डेम में यशवंत सागर ओवरफ्लो होने के बाद तेजी से पानी की आवक होती है लेकिन अभी यशवंत सागर भी खाली है। पीएचई उपयंत्री राजीव शुक्ला ने बताया कि सुबह तक डेम में 412 एमसीएफटी पानी स्टोर था। पिछले दो दिनों से हुई मामूली बारिश के बाद भी डेम में पानी की बढ़ोत्तरी नहीं हुई है।
रामघाट के मंदिर जलमग्न पानी छोटे पुल से 3 फीट ऊपर
उज्जैन। देवास और इंदौर में भारी बारिश के चलते गुरुवार को शिप्रा का जल स्तर बढ़ा। जिसके कारण राम घाट क्षेत्र को खाली करवाया गया। नदी का पानी छोटे पुल से 3 फीट ऊपर बह रहा है, रामघाट पर कई छोटे-बड़े मंदिर जलमग्न हो गए हैं। घाटों पर श्रद्धालुओं को रोकने के लिए होमगार्ड के सैनिक लगा दिए गए है।
बढ़ रहे जलस्तर के बाद शिप्रा नदी पर बना छोटा पुल पानी में डूब गया है। इसे दोनों ओर से बैरिकेड लगाकर बंद कर दिया गया। रिमझिम बारिश का दौर बुधवार को दिनभर चलता रहा, लेकिन बीती देर रात तेज बारिश शुरू हो गई, जो सुबह 4 बजे तक जारी थी। शासकीय जीवाजी वेधशाला के अनुसार आगामी 24 घंटे में तेज बारिश की संभावना जताई गई है