उज्जैन:सावधान! बिजली कंपनी के नाम से आए मैसेज अब नहीं है सुरक्षित

उज्जैन। बिजली कंपनी के नाम से आए मेसेज अब सुरक्षित नहीं है। क्योंकि मेसेज और कॉल के माध्यम से फ्रॉड करने वाले हैकर्स ने अब बिजली कंपनी के नाम का उपयोग कर लोगों के साथ ठगी करना शुरू कर दिया हैं।
एक जानकारी के मुताबिक उज्जैन और इंदौर में ऐसे कई मामला सामने आ चुके है, जिससे पुलिस ही नहीं, बिजली कंपनी के अधिकारी भी अचंभित हैं।
‘प्रिय उपभोक्ता आपकी बिजली काट दी जाएगी। कृपया हमारे बिजली अधिकारी से तुरंत 7978282280 या 9832972095 पर संपर्क करें। इस प्रकार के किसी भी मेसेज का उत्तर न देवे न ही दर्शाए गए नंबरों पर कॉल करें। अन्यथा आपका खाता खाली होते देर नहीं लगेगी।
मामले में बिजली कंपनी के कार्यपालन यंत्री सतीष कुमरावत का कहना है कि एमपीईबी द्वारा भेजे जाने वाले सन्देश कभी भी किसी मोबाइल नंबर से न भेजे जाकर एमपीएसईबीडब्ल्यू आई.डी. द्वारा भेजे जाते है । किसी भी स्थिति में किसी व्यक्ति द्वारा कहे गए एप मोबाइल में इनस्टॉल न करें ।
कुछ एप जैसे एनीडेस्क, एल्पेमिक्स, रिमोट डेस्कटॉप आदि इनस्टॉल करके आई.डी. बताने पर आपका मोबाइल धोखाधड़ी करने वाले के नियंत्रण में आ जाता है। जिससे वे आपको किसी तरह की हानि पहुंचा सकते है। वे आपके बैंक खाते से पैसा भी निकाल सकते है।
यह है पीडि़त उपभोक्ताओं की व्यथा….
नानाखेड़ा निवासी रामचन्द्र के पास बिजली बिल बकाया होने पर कनेक्शन काटने का मेसेज आया था। मेसेज में बिजली अधिकारियों के नंबर भी लिखे हुए थे। घबराए युवक ने जैसे ही नंबर पर कॉल किया तो उसका मोबाइल हैक कर बैंक खाते से 39 हजार रुपए गायब कर दिए गए।
इधर ऋषिनगर निवासी प्रीति के साथ भी इस प्रकार की धोखाधड़ी हुई है। प्रीति ने पुलिस को बताया कि हैकर ने उसे मेसेज भेजने के साथ-साथ मोबाइल पर कॉल भी किया था।
कॉल रिसीव करने पर उसने अपने आप को बिजली अधिकारी बताता और एप के जरिए बिल जमा करने को कहा। इसके बाद मेरे बैंक खाते से पैसे कट गए। ऑनलाइन ठगी की बढ़ती घटनाओं के संबंध में साइबर सेल के अधिकारियों को कहना है कि मोबाइल पर आने वाले किसी भी मैसेज को ओपन करने के पहले उसकी वास्तविकता को जांच ले।