प्रशासन ने घरों में रहकर स्नान और पूजन का कहा, इधर नगर निगम व पीएचई ने कर ली थी फव्वारा स्नान की तैयारी
उज्जैन। कोरोना संक्रमण के मद्देनजर कलेक्टर द्वारा सोमवती अमावस्या पर्व पर शिप्रा नदी और सोमतीर्थ कुंड में होने वाले स्नान पर प्रतिबंध लगा दिया है साथ ही लोगों से अपील की है कि वह अपने घरों पर रहकर स्नान व पूजन करें। कलेक्टर ने कहा कि विगत दिनों कोरोना संक्रमण के दौरान आमजन के सहयोग से जिला प्रशासन ने कोरोना संक्रमण पर प्रभावी नियंत्रण करने में कामयाबी पाई है। इसमें समाज के हर वर्ग, धर्म व संप्रदाय की महत्वपूर्ण भूमिका रही है।
राज्य शासन द्वारा कोरोना संक्रमण से आमजन की सुरक्षा हेतु जारी की गई गाइड लाइन में सामाजिक, राजनीतिक, खेल, मनोरंजन, सांस्कृतिक, धार्मिक आयोजन व मेले आदि जिनमें जनसमूह एकत्रित होता है पर प्रतिबंध लगाया है। कलेक्टर ने कहा कि कोरोना संक्रमण अभी खत्म नहीं हुआ है इसलिये 6 सितम्बर को सभी लोग घरों में ही रहकर स्नान पूजन करें। शिप्रा नदी के घाटों या सोमतीर्थ कुंड पर स्नान प्रतिबंधित रहेगा।
बड़े पुल के पास गोंसा स्थित सोमतीर्थ कुंड में सोमवती अमावस्या पर्व पर स्नान का महत्व है। इस दिन हजारों की संख्या में लोग कुंड में स्नान कर पूजन पाठ और दान करते हैं। इसी के मद्देनजर पीएचई और नगर निगम अफसरों ने शनिवार को गोंसा स्थित सोमतीर्थ कुंड का निरीक्षण किया और यहां लोगों की सुविधा के लिये आवश्यक व्यवस्थाएं जुटाने के निर्देश अधीनस्थों को दिये गये। पीएचई अफसरों ने सोमतीर्थ कुंड के तीन ओर बेरिकेडिंग कर यहां लोगों के स्नान के लिये फव्वारे लगाये हैं। अफसरों ने बताया कि बोरिंग से पाइप लाइन का कनेक्शन कर फव्वारे चालू किये गये हैं। किसी को भी कुंड में उतरकर स्नान की अनुमति नहीं होगी। अभी कपड़े बदलने के शेड और शामियाना लगाने का काम चल रहा है। पीएचई इंजीनियर दिलीप नौघाने ने बताया कि कुंड के आसपास सीढिय़ों की रंगाई पुताई भी कराई जा रही है, लेकिन अब कलेक्टर द्वारा पर्व स्नान पर कोरोना गाइड लाइन का पालन करते हुए प्रतिबंध लगाया गया है।
शिप्रा नदी का लेवल रपट से ऊपर
शिप्रा नदी में पानी का लेवल बढ़ा हुआ है। पानी दत्त अखाड़ा रपट से एक फीट ऊपर बह रहा है। भादौ मास का रविवार होने की वजह से महाकालेश्वर दर्शन और शिप्रा नदी में स्नान के लिये देश भर के लोग बड़ी संख्या में शहर पहुंच रहे हैं। सुबह रामघाट पर लोगों की खासी भीड़ रही।