दवा के साथ दुआ की भी जरूरत, पूरे प्रदेश की निगाहें उज्जैन जिला चिकित्सालय की ओर
बालिका के तीनों सायनेस, जबड़े उच्च संक्रमण का शिकार, मस्तिष्क तक पहुंच गया संक्रमण
(ललित ज्वेल) उज्जैन। जिला हॉस्पिटल में भर्ती 12 वर्षीय बालिका का ब्लैक फंगस के चलते ऑपरेशन शुरू हो गया है। सुबह बालिका को निष्चेतना विशेषज्ञ द्वारा इंजेक्शन लगाया गया तथा ऑपरेशन प्रारंभ हुआ। बालिका के सीटी स्कैन में संक्रमण की स्थिति खराब है। शहरवासी भगवान से प्रार्थना करें कि ऑपरेशन सफल हो। उसके गरीब परिजनों को अब शहरवासियों से ही आस है। इसलिए क्योंकि आज सुबह तक प्रदेश सरकार ने बालिका के एम्फोटेरेसिन-बी,50 एमजी इंजेक्शन का नि:शुल्क इंतजाम नहीं किया था। ऑपरेशन के बाद से यह इंजेक्शन लगना शुरू होंगे। जो महंगे इंजेक्शन हैं, वह कीडनी डेमेज नहीं करते हैं। यही इंजेक्शन सिविल सर्जन ने पर्चे पर लिखे हैं।
सिविल सर्जन डॉ.पी.एन.वर्मा जो इएनटी सर्जन हैं तथा उनकी सहयोगी डॉ.अंशू अरोरा वर्मा की टीम ऑपरेशन को कर रही है। ऑपरेशन के लिए एंडोइस्कोप एवं सर्जरी के उपकरणों का इंतजाम डॉ.वर्मा ने स्वयं के पास से कर दिया था। ऑपरेशन में शामिल होने वाली टीम आज सुबह ही पहुंच गई थी। इस विशेष ऑपरेशन की ओर पूरे प्रदेश की नजर हैं क्योंकि जिला अस्पताल में सीमित संसाधन में होने जा रहे इस ऑपरेशन में उच्च तकनीक की कमी से वरिष्ठ ईएनटी सर्जन डॉ. वर्मा का अनुभव काम करेगा। हमने आज प्रात: ऑपरेशन से पूर्व डॉ. वर्मा ने चर्चा की।
उन्होने बताया कि- बालिका के तीनों सायनेस, जबड़े उच्च संक्रमण का शिकार हैं। यह संक्रमण मस्तिष्क तक पहुंच गया है। जब एंडोस्कोप के माध्यम से सर्जरी प्रारंभ होगी तो ब्लैक फंगस को हटाते जाएंगे। जितना आगे तक जाना होगा, जाएंगे। चूँकि सायनेसेस संक्रमित हो चुका है, ऐसे में हो सकता है कि नाक की हड्डी जो गलने लगी है उसे हटाना पड़े। जबड़े की स्थिति ऑपरेशन के दौरान सामने आएगी। मस्तिष्क तक कितनी क्षति पहुंची है, इसे अभी कहा नहीं जा सकता।
शहरवासियों से अपील
बालिका का नि: शुल्क ऑपरेशन करने हेतु प्रयत्नशील डॉ. पीएन वर्मा ने लोगों से अपील की कि वे बालिका के सफल ऑपरेशन एवं उसके बचपन के दौबारा लौटने के लिए प्रार्थना करें यह कहते हुए भगवान को याद करके डॉक्टर्स की टीम ऑपरेशन थियेटर में प्रवेश कर गई। इसके पूर्व टीम ने एक आग्रह किया- कृपया हमारे फोटो मत छापिये, उनके फोटो छापियेगा जो इस बालिका के उपचार में मददगार बनेंगे।
डॉक्टर और बालिका के परिजन बोले धन्यवाद अक्षरविश्व……डॉ.वर्मा ने तथा बालिका के परिजनों ने दैनिक अक्षरविश्व को धन्यवाद दिया कि समाचार पत्र के माध्यम से कल दोपहर में यह बात समाज के सामने आई तथा लोगों के हाथ मदद के लिए बढ़े हैं। इस मदद में आज शाम तक कुछ और हाथ जुड़ जाएंगे, यह बात भी डॉ.वर्मा ने बताई। उन्होने ड्रग इंस्पेक्टर धर्मसिंह कुशवाह को भी धन्यवाद दिया जो लगातार सम्पर्क में बने हुए हैं तथा बालिका के लिए एम्फोटेरेसिन-बी 50एमजी इंजेक्शन की उपलब्धता बना चुके हैं।