उज्जैन में सिर्फ कॉलोनियों की टीएनसी परमिशन

होटल और पेट्रोल पंप की परमिशन अटकी, लाइन खुलने का इंतजार
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संशोधित मास्टरप्लान के इंतजार में कस्बा उज्जैन, सावराखेड़ी और जीवनखेड़ी के मामले अब भी होल्ड पर
अक्षरविश्व न्यूज. उज्जैन ।उज्जैन में नई कॉलोनी विकसित करने की राह खुल गई है। इसके लिए टीएनसी ने आवेदन लेना शुरू कर दिए हैं, लेकिन होटल और पेट्रोल पंप आदि की परमिशन अभी भी शुरू नहीं हो सकी है। केवल कॉलोनी परमिशन के आवेदन शुरू हो गए हैं। हालांकि उज्जैन कस्बा, सावराखेड़ी और जीवनखेड़ी के आवेदन अभी भी होल्ड पर हैं।
उज्जैन कस्बा के अलावा अन्य सभी जगह टीएनसी द्वारा नई कॉलोनी की परमिशन देने का काम शुरू कर दिया गया है।
ये आवेदन ऑनलाइन स्वीकार किए जा रहे हैं। अधिकृत इंजीनियरों के माध्यम से ऑनलाइन आवेदन कर परमिशन देने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। होटल और पेट्रोल पंप आदि के आवेदन ऑनलाइन स्वीकार नहीं हो पा रहे। इस कारण शहर में होटल खोलने वाले लोग परेशान हो रहे हैं। महाकाल मंदिर और महाकाल लोक दर्शन करने के लिए पूरे देश से आ रही भीड़ के कारण होटल खोलने का रुझान भी बढ़ा है, लेकिन टीएनसी से अभी इसके नक्शे मंजूर नहीं हो पा रहे। अधिकृत सूत्रों ने इसकी पुष्टि की है।
मास्टर प्लान पर भोपाल में हो रहा संशोधन, राजनीतिक दावपेच भी जारी…
उज्जैन विकास योजना (मास्टरप्लान) 2035 का नगरीय प्रशासन विभाग द्वारा मंजूर करने के बाद सीएम शिवराजसिंह के निर्देश पर इसमें संशोधन कराया जा रहा है। सिंहस्थ 2028 के मद्देनजर कस्बा उज्जैन और सावराखेड़ी की 148 हेक्टेयर जमीन आरक्षित करने के लिए उसे दोबारा आवासीय से कृषि भूमि करने की प्रक्रिया चल रही है। इसको लेकर भाजपा में शीर्षस्तरीय उठापटक भी चल रही।
एक पक्ष जमीन को आवासीय ही रखने पर जोर लगा रहा तो दूसरा पक्ष कृषि भूमि करने पर ताकत लगा रहा। इसी कारण टीएनसी मुख्यालय पसोपेश में है और मास्टरप्लान अनिर्णय की स्थिति में है। टीएनसी उज्जैन कार्यालय से आपत्तियों और सुझाव भोपाल मुख्यालय भेजे जा चुके हैं।