उज्जैन : 12 वर्ष की बच्ची आई डिप्रेशन में…..ऑक्सीजन का प्रतिशत पहुंचा 60 पर

अपर कलेक्टर कहते रहे.. करता हूं इंतजाम तबियत बिगड़ी तो परिजन ले गए इंदौर

Thank you for reading this post, don't forget to subscribe!

उज्जैन। कल दोपहर में एक 12 वर्ष की बच्ची अचानक डिप्रेशन में आ गई। दादी की कोरोना पॉजिटिव होकर मौत हो गई थी वहीं पिता पॉजिटिव होकर इंदौर में उपचाररत है। इस बच्ची की रिपोर्ट नेगेटिव आई थी लेकिन दादी के जाने का गम उसे सता रहा था। इसी के चलते वह डिप्रेशन में आ गई। तबियत बिगड़ी तो ऑक्सीटोमीटर से ऑक्सीजन का लेबल देखा गया। लेवल घटते-घटते 60 पर आ गया। कहीं ऑक्सीजन का इंतजाम नहीं हुआ।

इधर अपर कलेक्टर से आग्रह किया गया तो उन्होने कहाकि मैं देखता हूं, नाम भेज दो मरीज का पते सहित। डॉक्टर भी भिजवाता हूं। इधर जब बच्ची नाजुक स्थिति में पहुंच गई। परिजनों ने ऑक्सीजन सिलेण्डर का इंतजाम किया और बच्ची को तुरंत ऑक्सीजन दी गई। ढाई घंटे तक न तो किसी अधिकारी/डॉक्टर का फोन आया और न ही आरआरटी टीम पहुंची। इस बीच ऑक्सीजन से बच्ची का लेवल 85 तक आ चुका था। रिश्तेदारों ने तुरंत 108 जैसा लाइफ सपोर्ट वाहन जोकि सशुल्क भी निजी तौर पर चल रहा है, को फोन किया और उसके माध्यम से बच्ची को अरबिंदो पहुंचाया। परिजनों के अनुसार वहां शाम को बच्ची का ऑक्सीजन प्रतिशत 99 पर आ गया था और वह डिप्रेशन से बाहर हो गई थी।

Related Articles