क्या कांग्रेस हारे और बागी प्रत्याशी पर दांव लगाएगी ?

भारत जोडो यात्रा को कांग्रेस के मिशन 2023 (मप्र विधानसभा चुनाव) से जोड देखा जा रहा है। इसके लिए कांग्रेस पूरी ताकत से जुटी हैं। भारत जोडो यात्रा में अपने काम,प्रदर्शन और दिखावे के बल पर कांग्रेस कतिपय नेता टिकट पाने की फिराक में हैं।
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इन सब के बीच सबसे बड़ा यह कि क्या कांग्रेस उन नेताओं को विधानसभा मौका देगी जो पार्टी के अधिकृत उम्मीदवार होने के बाद भी चुनाव हार चुके हैं या बागी होकर कांग्रेस और पार्टी के अधिकृत प्रत्याशी को नुकसान पहुंचा चुके हैं। यही नेता विधानसभा चुनाव में बगावत कर कांग्रेस के अधिकृत प्रत्याशी को हराने में अपनी भूमिका निभा चुके हैं। जिसके कुनबे की छत के नीचे ही मौकापरस्ती की वजह से कांग्रेस के विपरीत विचारधारा के कार्यक्रमों को आयोजित होते हैं। भारत जोडो यात्रा को लीड कर रहे नेता राहुल गांधी जिस संगठन का विरोध कर रहे हैं।
उसी संगठन को अधिक महत्व देने वाले परिवार के सदस्य भारत जोड़ो यात्रा को लेकर उज्जैन के ग्रामीण क्षेत्र में कुछ अधिक दिखावा करने में जुटे है। वैसे भी यह तय माना जा रहा हैं कि प्रदेश में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस हारे हुए चेहरों को प्रत्याशी नहीं बनाएगी। कांग्रेस ने मिशन 2023 के लिए पूर्व के एक बड़े सर्वे के बाद तय कर रखा है कि कांग्रेस हारे हुए चेहरे को टिकट नहीं देगी। कांग्रेस के रणनीतिकारों की मानें तो कांग्रेस संगठन ने भारत जोडो यात्रा से अपने मिशन २०२३ के सर्वे को अघोषित तौर पर जोड लिया है।
इसमें संंभावित प्रत्याशियों की सूची तैयार की जाएगी। इसकी खास बात यह है कि सर्वे और प्रदर्शन पर नजर से उन नाम/चेहरों को बाहर रखा है,जो पूर्व में पार्टी के टिकट पर चुनाव हार चुके है। नामों की संभावनाओं को टटोल कर सूची तैयार प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमल नाथ को देंगे।
बता दें कि कुछ समय पहले प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमल नाथ ने पार्टी पदाधिकारियों और विधायकों को भी साफ कर दिया है कि प्रत्याशी बनाने का आधार सर्वे होगा। चुनाव हारने वालों को टिकट नहीं दिया जाएगा और युवाओं को मौका मिलेगा। इन सभी परिस्थितियों के मद्देनजर यह सवाल लाजमी हैं कि क्या कांग्रेस मिशन 2023 में हारे हुए नेता पर दांव लगाएगी।









