खरमास के दौरान करें ये काम

15 दिसंबर से खरमास शुरू हो चुका है, इसे मलमास भी कहा जाता है। ज्योतिष शास्त्र में खरमास या मलमास को अच्छा नहीं माना जाता। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार जब सूर्य देव का गोचर बृहस्पति की राशि धनु और मीन में होता है, तब खरमास शुरू होता है।
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खरमास के दौरान करें ये काम
खरमास में विशेष रूप से भगवान सूर्य देव की पूजा करें। तांब के लोटे से भगवान सूर्य देव को पूर्व दिशा की ओर मुख कर के जल अर्पित करना चाहिए। जल में कुमकुम, गुलहड़ का फूल, रोली इत्यादि इन सामग्रियों को डाल कर सूर्य नारायण की पूजा करनी चाहिए।
इसके अलावा खरमास के दौरान नियमित रूप से तुलसी माता को जल अर्पित करें और शाम के समय घर के मंदिर में रोजाना दीया जलाएं। खरमास में पूजा पाठ, व्रत, भजन-कीर्तन करें। वहीं खरमास के दौरान गरीब और जरूरतमंदों को अन्न, धन और वस्त्र का दान करें से पुण्यकारी फलों की प्राप्ति होती है। खरमास के दौरान सूर्य देव के साथ भगवान विष्णु की भी पूजा जरूर करें।
खरमास के दौरान क्या न करें?
खरमास के दौरान विवाह और अन्य शुभ कार्य नहीं करना चाहिए।
खरमास में नए व्यवसाय या नए काम की शुरुआत नहीं करनी चाहिए।
खरमास के दौरान घर का निर्माण भी नहीं किया जाता है।
खरमास के दौरान गृह प्रवेश का आयोजन नहीं करना चाहिए।
खरमास के दौरान यात्रा भी नहीं करनी चाहिए जब तक कि यह ज्यादा आवश्यक न हो।
खरमास के दौरान नई खरीदारी करने की भी मनाही होती है।