खेलने की उम्र में अर्थराइटिस का शिकार हो रहे बच्चे….

जुवेनाइल रूमेटाइड अर्थराइटिस जिसे जुवेनाइल इडियोपैथिक अर्थराइटिस भी कहा जाता है, एक मांसपेशियों और हड्डियों से जुड़ी एक सामान्य बीमारी है जो 16 साल से कम उम्र के बच्चों को प्रभावित करती है। यह तब होता है जब शरीर का इम्यून सिस्टम अपनी ही सेल्स और टिशूज पर हमला करना शुरू कर देता है, जिससे जोड़ों में सूजन पैदा हो जाती है।
Thank you for reading this post, don't forget to subscribe!
इसके लक्षणों में लगातार जोड़ों का दर्द, सूजन, खिंचाव और जोड़ों की संवेदनशीलता शामिल हैं, खासतौर से सुबह के समय, नींद के बाद या लंबे समय तक बैठने के बाद। सूजन के कारण त्वचा पर लाल/गुलाबी धब्बे, लगातार बुखार, सूजे हुए लिम्फ नोड्स, छाती पर रैशेज, वजन कम होना, लंगड़ाना, कम मोटर स्किल्स और थकावट हो सकती है।
एक्सरसाइज- लो-इम्पैक्ट एक्सरसाइज जरूरी हैं क्योंकि ये मांसपेशियों को मजबूत करने और जोड़ों का लचीलापन बनाए रखने में मदद करती हैं। एक्सरसाइज न करने पर इससे जुड़े लक्षण बिगड़ सकते हैं और जोड़ ज्यादा कठोर हो सकते हैं।
ठंडे/गर्म पैक का इस्तेमाल- जोड़ों और मांसपेशियों के दर्द से राहत पाने के लिए आप घर पर ही सिकाई का तरीका भी अपना सकते हैं। ठंडे/गर्म पैक से सिकाई या सुबह के वक्त गर्म पानी से नहाने दर्द को कम करने और सूजन को दूर करने में मदद मिल सकती है।