गंदे और बदबूदार पानी में होगा संक्रांति का पर्व स्नान

नर्मदा का पानी नहीं पहुुंचा रामघाट

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अधिकारियों ने किया था व्यवस्थाओं का निरीक्षण

उज्जैन। मकर संक्रांति पर पर्व स्नान के लिए त्रिवेणी के आगे पाइप के जरिए नर्मदा का जल शिप्रा नदी में छोड़ा गया। लेकिन दो दिन बाद भी नर्मदा का पानी रामघाट तक नहीं पहुंचा है। रामघाट पर शुक्रवार सुबह तक गंदा, काला और बदबूदार पानी भरा हुआ था। जबकि गुरुवार को प्रशासनिक अधिकारियों ने स्नान के लिए व्यवस्था का निरीक्षण किया था।

इस बार मकर संक्रांति का पर्व दो दिन तक मनाया जाएगा। इस दौरान बड़ी संख्या में श्रद्धालु मोक्षदायिनी शिप्रा में स्नान के लिए आएंगे। पर्व स्नान को लेकर प्रशासन ने त्रिवेणी के आगे नर्मदा का जल नागफनी (पाइप) से छोड़ा गया था। लेकिन यह पानी अभी तक रामघाट तक नहीं पहुंचा है। यह पानी गऊघाट से ही कुछ दूरी पर है। कल तक भी पानी रामघाट तक पहुंचने की संभावना नहीं हैं। जबकि संक्रांति पर श्रद्धालु रामघाट सहित अन्य घाटों पर स्नान करेंगे। ऐसे में सवाल उठता है कि क्या श्रद्धालु ऐसे ही बदबूदार और प्रदूषित पानी में स्नान करेंगे।

चेंजिंग रूम लगाए जाएंगे

गुरूवार को अतिरिक्त जिला दंडाधिकारी संतोष टैगोर ने मकर संक्रांति और शनिश्चरी अमावस्या पर पर्व स्नान को देखते हुए त्रिवेणी शनि मंदिर और रामघाट का निरीक्षण किया था। 14 जनवरी को मकर संक्रांति एवं 21 जनवरी को शनिश्चरी अमावस्या पर्व स्नान रामघाट व त्रिवेणी पर होगा जिसमें बड़ी संख्या में श्रद्धालु आयेंगे। एडीएम ने उक्त दोनों घाटों पर सभी व्यवस्थाएं चाक-चौबंद करने के निर्देश दिए। एडीएम ने घाटों की साफ-सफाई करवाने के निर्देश दिये। साथ ही अतिरिक्त अस्थायी शौचालय और महिलाओं के लिये चेंजिंग रूम बनाये जाने के निर्देश दिए।

कार्तिक पूर्णिमा पर भी नहीं छोड़ा था पानी…

बारिश के बाद से अब तक शिप्रा में नर्मदा का पानी नहीं छोड़ा गया है। इस बीच कार्तिक पूर्णिमा का स्नान भी हो चुका है। इस दौरान श्रद्धालुओं ने शिप्रा में दीए छोड़े थे। जिससे तेल भी शिप्रा के पानी में समाहित हो गया। शिप्रा का गंदा पानी नहीं बहाए जाने बदबू आ रही है। वहीं कान्ह का प्रदूषित पानी भी इसमें मिल रहा है।

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