चार टास्क: कॉल, गाड़ी पर कमल, वोटर्स से डेली कॉन्टैक्ट और दीवार लेखन

भाजपा की चुनाव रणनीति, कार्यकर्ताओं को दायित्व, मतदाताओं से करनी होगी चर्चा
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अक्षरविश्व न्यूज. उज्जैन भाजपा ने अपनी चुनाव रणनीति में कार्यकर्ताओं को शामिल करते हुए चार चार टास्क दिए है। इसमें 200 लोगों को कॉल करना,गाडी पर कमल का फूल बनवाना,वोटर्स से डेली कॉन्टैक्ट में उनके घर चाय पीने जाना और 5 जगह दीवार लेखन करना है।
विधानसभा चुनाव में जीत निश्चित करने के लिए भाजपा ने नई रणनीति तय की है। इसके तहत संगठन ने पार्टी के हर कार्यकर्ता को 4 काम करने की जिम्मेदारी दी है। पहले टास्क में भाजपा के मंडल और शक्ति केंद्र स्तर के कार्यकर्ताओं को 10 दिन में 200 लोगों को फोन कॉल करना है। दूसरे टास्क में बूथ स्तर पर जिन भाजपा समर्थकों या कार्यकर्ताओं के पास बाइक और फोर व्हीलर हैं, उनकी लिस्ट बनाना है। फोर व्हीलर पर कमल का फूल बनवाना है। तीसरे टास्क में वोटर्स से डेली कॉन्टैक्ट करने की जिम्मेदारी दी गई है। हर दिन दो वोटर्स के घर चाय पीने जाना होगा। चौथे टास्क में बूथ पर 5 जगह दीवार लेखन कराने को कहा गया है। विधानसभा सम्मेलनों में कार्यकर्ताओं को ये दिशा-निर्देश दिए जा रहे हैं।
प्लान में बाइक भी शामिल कीं
भाजपा ने चुनाव प्रचार के लिए कई तरह की प्लानिंग की है। इस प्लानिंग में सोशल मीडिया से लेकर होर्डिंग, बैनर, पोस्टर, डिजिटल वॉल पेंटिंग और एलईडी स्क्रीन के जरिए प्रचार-प्रसार की तैयारी है। हर बूथ पर 10 मोटरसाइकिल मालिकों की लिस्ट तैयार कराई गई है। इनकी बाइक पर भाजपा का झंडा लगा होगा।
फिर एक बार भाजपा सरकार
सभी कार्यकर्ताओं को निर्देश दिए हैं कि जिनके पास फोर व्हीलर हैं, वे अपनी गाड़ी के पीछे वाले कांच पर कमल का फूल बनवाकर लिखवाएं- ‘फिर एक बार-भाजपा सरकारÓ। फोर व्हीलर वाले भाजपा कार्यकर्ताओं, समर्थकों की लिस्ट भी तैयार करने को कहा गया है ताकि रैली, सभाओं के दौरान पब्लिक को लाने-ले जाने में वाहनों की उपलब्धता आसान हो सके।
इसलिए करना है फोन कॉल
भाजपा रणनीतिकारों को मानना है कि कार्यकर्ता के मोबाइल कॉन्टैक्ट लिस्ट में अगर 500-600 नंबर हैं, तो आपको उनमें से 200 लोगों को 10 दिन में कॉल कर हाल-चाल पूछना है। उनके क्षेत्र में माहौल की जानकारी लेना है। लोगों की क्या राय है, यह भी जानना है। इसके साथ लोगों को 20 साल पहले मध्यप्रदेश में दिग्विजय सिंह की सरकार के दौर और पिछले 15 महीने की कमलनाथ सरकार में हुए भ्रष्टाचार और वादाखिलाफी को भी याद दिलाना है।
कांग्रेस और भाजपा सरकारों की तुलनात्मक स्थिति भी समझानी है। हर कार्यकर्ता को जिन 200 लोगों से कॉल कर चर्चा करने को कहा है, उनमें से 100 लोग भाजपा के कार्यकर्ता या समर्थक होंगे। बाकी 100 लोग आम जनता के बीच से होंगे।










