जीवन के उद्देश्य को सार्थक करती है संस्कृत भाषा

संस्कृत वैदिक विश्वविद्यालय के स्थापना दिवस पर प्रो. अत्राम के उद्गार

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अक्षरविश्व न्यूज. उज्जैन: महर्षि पाणिनि संस्कृत एवं वैदिक विश्वविद्यालय के स्थापना दिवस पर समारोह का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ दीप दीपन एवं विवि के कुलगान से हुआ। कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित चारधाम आश्रम के महामंडलेश्वर स्वामी शांतिस्वरूपानंद ने कहा कि पाणिनि संस्कृत विश्वविद्यालय वेद विद्या एवं शास्त्र संरक्षण का कार्य कर रहा है। सारस्वत अतिथि कुलपति डॉ.भीमराव अम्बेडकर विश्वविद्यालय महू, प्रो.रामदास अत्राम ने कहा कि संस्कृत तत्वज्ञान की भाषा है जो जीवन के उद्देश्य को सार्थक करती है।

अध्यक्षता कर रहे कुलपति प्रो.विजयकुमार सी.जी. ने विवि की गतिविधियों एवं वर्ष भर की उपलब्धियों से अवगत करवाते हुए अष्टादशी के तीन परियोजना कार्यक्रमों, यानम् चलचित्र प्रसारण, छात्रों की विभिन्न उपलब्धियों से सभा को सम्बोधित किया। उन्होंने कहा कि विगत वर्ष ििववि द्वारा 18 ग्रंथों का प्रकाशन हुआ था उसी क्रम में इस वर्ष भी 8 पूर्ण ग्रंथों का प्रकाशन एवं विमोचन पूर्ण हो चुका है, शेष प्रक्रिया में हैं।

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कार्यक्रम में ये उपस्थित थे

राजेन्द्र झालानी, सुशील वाडिया, किरण यादव, विद्या जोशी, प्रो.सीमा शर्मा, संतोष पंड्या, योगेश्वरी फिरोजिया आदि उपस्थित रहे। अतिथि स्वागत भाषण डॉ.तुलसीदास परौहा ने दिया। संचालन पूजा गौर, सत्यव्रत पाण्डेय ने किया। आभार डॉ.दिलीप सोनी ने माना।

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