धार्मिक नगरी में यह कैसा व्यापार…

By AV NEWS

पहले सावन मास में होटल, रेस्टोरेंट और ऑटो वालों ने की दाम वसूलने में मनमानी

अब लड्डू की बारी…

उज्जैन। भगवान गणेश को लड्डू प्रिय है और इन दिनों गणेशेत्सव में लड्डू की खासी मांग और खपत है। आश्चर्य का विषय है कि धार्मिक नगरी में गणेशजी के प्रसाद पर लूट चल रही है। ऐसा इसलिए क्यों कि महाकाल मंदिर 300 रु. चिंतामन गणेश मंदिर 440 रु. किलो लड्डू उपलब्ध है। वहीं शहर में लड्डू 500 रु. से 540 रु. किलो बेचा जा रहा है। जहां तक कच्चे माल की बात करें तो इनके भाव अधिक नहीं है।

मंदिर समितियां और मिष्ठान करोबारी जो कच्चा माल इस्तेमाल करते उनके भाव अधिक फर्क नहीं है,फिर भी खुले बाजार में मंदिर में मिलने वाले लड्डू की कीमत में भारी अंतर है। ऐसा क्यों यह किसी के समझ नहीं आ रहा है,पर सवाल तो यह है कि मंदिरों के शहर में लड्डू के भाव में इतनी मनमानी क्या चल रहीं है।

शहर में इन दिनों महाकाल मंदिर 300 रु.चिंतामन गणेश मंदिर 440 रु.मिठाई कारोबारी 500रु. से 540 रु. प्रति किलो लड्डू बेच रहे है। जानकारों के अनुसार महाकाल मंदिर की अपनी लड्डू यूनिट है,चिंतामन गणेश मंदिर प्रबंध समिति दुग्ध संघ में तैयार लड्डू का विक्रय कर रहीं है। दोनों स्थानों पर गुणवत्ता का अधिक ध्यान रखा जाता है। इसे में कच्चा माल भी उच्च गुणवत्ता का वैसा ही रहता होगा,जो मिठाई कारोबारी उपयोग में लाते है।

बाजार में कच्चे माल की कीमत की बात करें,तो चनादाल 65 से 70 रु.,बेसन 70 से 75 रु,शक्कर 40 रु. और शुद्ध घी 600 रु. किलो है। दोनों मंदिर के लड्डू का कच्चा माल इसी कीमत या थोक में इससें कुछ कम पर खरीदा जाता है। मिठाई निर्माताओं को भी लगभग इसी कीमत पर कच्चा माल मिल रहा है,तो लड्डू प्रसाद की कीमत में इतना अंतर क्यो?

महाकाल मंदिर का लड्डू प्रसाद ‘5 स्टार रेटिंग’ वाला

महाकालेश्वर मंदिर की लड्डू प्रसादी को इसकी गुणवत्ता को लेकर भी जाना जाता है। मंदिर समिति से बनने वाले लड्डू प्रसाद व नि:शुल्क अन्न क्षेत्र को हाइजिनिक उत्कृष्टता में एफएसएसएआइ (फूड सेफ्टी एंड स्टैंडर्ड अथॉरिटी ऑफ इंडिया) द्वारा फाइवस्टार रेटिंग प्रदान की गई है। इसी के साथ महाकाल मंदिर का लड्डूू प्रसाद देश का पहला फाइव स्टार रेटिंग वाला प्रसाद बन गया है।

वर्तमान में लड्डू प्रसाद के भाव 300 रु. किलो है। वही शहर में 500 से 540 रु. किलो तो प्रश्न यही की बगैर किसी रेटिंग के लड्डू में ऐसा क्या है,जो इतने अधिक भाव पर बेचा जा रहा है। बता दें कि खाने के सामान की क्वालिटी, शुद्धता व साफ-सफाई के साथ कर्मचारियों का प्रशिक्षण, मेडिकल चेकअप, पेस्ट कंट्रोल आदि का भी ऑडिट किया जाता है। इसी हिसाब से सभी रेस्टोरेंट, मिठाई व नमकीन की दुकानों को 2 से 5 रेटिंग दी जाती है।

Share This Article