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नौकरी दिलाने के नाम पर आधा दर्जन बेरोजगारों से ठगी

उज्जैन। रेलवे में नौकरी दिलाने के नाम पर अंबर कालोनी में रहने वाले दंपत्ति ने आधा दर्जन बेरोजगारों से लाखों रूपयों की ठगी की। नीलगंगा पुलिस ने मामले में दंपत्ति के खिलाफ केस दर्ज किया है। पुलिस ने बताया कि राजेश पिता मांगीलाल बामनिया निवासी पलियाखेड़ी झार्डा की अंबर कालोनी में आकाश कटारिया से उसकी पहचान थी।

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आकाश की पत्नी दीपिका कटारिया ने राजेश को बताया कि मैं रेलवे में नौकरी करती हूूं और सेटिंग से नौकरी लगवा दूंगी। झांसा देकर आकाश और दीपिका ने 35 हजार रुपये ठग लिये। उक्त दंपत्ति ने सीमा गौरव से 45 हजार, मुकेश से 40 हजार, प्रीतेश से 40 हजार, राखी से 50 हजार रुपये की ठगी की।

ठगाये लोगों ने थाने में आवेदन दिया। पुलिस ने दीपिका व आकाश कटारिया के खिलाफ धारा 420 के तहत केस दर्ज किया है।

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35 करोड़ के चक्कर में 10 लाख का नगद कमीशन देकर ठगाया कंपनी संचालक

उज्जैन। इंश्योरेंस कंपनी द्वारा 35 करोड़ का इनवेस्ट करने की बात कहकर उज्जैन के फार्मा कंपनी संचालक को यूपी के ठगों ने 10 लाख रुपये नगद का चूना लगा दिया। चिंतामण थाना पुलिस ने मामले में तीन ठगों के खिलाफ केस दर्ज किया है।

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पुलिस ने बताया कि सुनील जैन पिता हीरालाल निवासी मणीविहार चिंतामण रोड वोकेम प्रा.लि. कंपनी के नाम से दवा की फर्म संचालित करते हैं। पिछले माह उनकी नोएडा में कुछ लोगों से मुलाकात हुई उन्होंने स्वयं को के.एन. दस्तूर इंश्योरेंस कंपनी का अफसर बताया साथ ही सुनील जैन से कहा कि इंश्योरेंस कंपनी आपकी फर्म में 35 करोड़ रुपये का इनवेस्ट करना चाहती है।

सुनील जैन ने कोमल उर्फ अवधेश पटेल पिता राजेश निवासी कानपुर, अंगद यादव पिता बहादुर यादव निवासी किशनपुरा नोएडा और शमीम एहमद पिता रहमन अली निवासी फतेहपुर उत्तरप्रदेश को उज्जैन बुलाया और मीटिंग की। उक्त लोगों ने दस्तूर इंश्योरेंस कंपनी का 35 करोड़ रुपये का फर्जी चैक सुनील जैन को सौंपा और 10 लाख रुपये का नगद कमीशन लेकर चले गये।

जब सुनील जैन ने 35 करोड़ का चैक बैंक में लगाया तो पता चला कि उक्त चैक नकली है। दस्तूर कंपनी मैनेजमेंट से बात की तो कंपनी के अफसरों ने बताया कि इस सीरियल नंबर का चैक हमारे पास ही है हमने चैक जारी ही नहीं किया। 5 नवंबर को ठगाने के बाद सुनील जैन ने चिंतामण थाने पहुंचकर यूपी के तीनों बदमाशों के खिलाफ केस दर्ज कराया।

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