बच्चों को ऐसे दें दूसरों का सम्मान करने की सीख 

आज के बच्चे अलग व्यवहार करते हैं, अलग तरह से संवाद करते हैं और एक पीढ़ी पहले की तुलना में उनके लक्ष्य और अपेक्षाएं अलग हैं। वे एक अलग दुनिया में बड़े हो रहे हैं। फिर भी, सम्मान करना सिखाना अब भी उतना ही जरुरी है जितना पहले था। बच्‍चों को रिसपेक्‍ट करना सिखाना मुश्किल हो सकता है और हर पैरेंट चाहते हैं कि उनके बच्‍चे दूसरों का सम्‍मान और आदर करें। बच्‍चों को दूसरों का सम्‍मान करना सिखाना, मां-बाप की जिम्‍मेदारी होती है और इसमें मां-बाप को बहुत समय देना पड़ता है। बच्‍चों को शिष्‍ट शब्‍दों और प्‍लीज और थैंक्‍यू जैसे शब्‍द सिखाना जरुरी है। ऐसा व्यव्हार संस्कार को दर्शाने का सबसे अच्छा तरीका है। इस लेख में हम बता रहे हैं कुछ टिप्स जिनकी मदद से बच्चों को समझाने और दूसरों का सम्मान करना सिखाने में आसानी होगी। 

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सोशल वैल्यूज सिखाएं: अपने बच्चों को सिखाएं कि हर व्यक्ति का अपना एक महत्व होता है और हर किसी का सम्मान करना चाहिए। वे दूसरा का उनके संस्कार, विशेषता और योग्यता के आधार पर सम्मान करें।

आप स्वयं बच्चों का सम्मान करें: दूसरों के सम्मान के महत्व को समझने के लिए सबसे पहले जरूरी है कि बच्चा आत्म सम्मान को समझे। इसके लिए आपको बचपन से ही इस बात का ध्यान रखना पड़ेगा कि आप बच्चे के साथ सम्मान से पेश आते हैं। बच्चे को किसी बात के लिए भला-बुरा कहना, गंदे शब्द करना, नकारात्मक वाक्यों का प्रयोग, गाली देना, मारना या मानसिक रूप से परेशान करने से उनके व्यवहार में भी नकारात्मकता आती है। जब बच्चे स्वयं सम्मानित नहीं महसूस करते हैं, तो उन्हें दूसरे के सम्मान की भी परवाह नहीं रहती है। 

बोलने से ज्यादा सुनना सिखाएं: आमतौर पर हमें लगता है कि जो ज्यादा बोलने वाला है, उसका व्यक्तित्व ज्यादा आकर्षक होता है, मगर ऐसा नहीं है। अपनी बात रखने के लिए बोलना जरूरी है, मगर जब दूसरे बोलें तो उन्हें सुनना भी महत्वपूर्ण है। दूसरों की बात काटकर खुद बोलते चले जाने से उन्हें अपमान महसूस होता है। इसलिए बच्चों को बोलने से ज्यादा सुनना सिखाएं। 

एक्साम्पल सेट करें: प्रतिदिन एक्साम्पल सेट करें, जैसे कि दूसरों की सहायता करना, धन्यवाद देना, और समर्थ समाज के सदस्यों का सम्मान करना। इससे वे इसे नकारात्मकता से दूर रहने और सकारात्मक आचरण अपनाने के लिए प्रेरित होते हैं।

दूसरों के भावनाओं का आदर करें: अपने बच्चों से सीखें कि दूसरों के भावनाओं का आदर करना महत्वपूर्ण है। वे अपने शब्दों, व्यवहार और कार्यों के माध्यम से दूसरों के साथ समझदारी और सम्मान से व्यवहार करें।

दूसरों को समर्थन देना: आपके बच्चों को सिखाएं कि दूसरों के सपनों, योजनाओं और प्रतिबद्धता का समर्थन करना जरुरी है। इससे वे दूसरों के साथ एक गहरा संबंध बना सकते हैं और उनके सम्मान का ध्यान रख सकते हैं।

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