बच्चों में विटामिन डी की कमी को करें दूर…

हड्डियों, दांतों व मांसपेशियों को स्वस्थ रखने के लिए विटामिन डी की आवश्यकता होती है। विटामिन डी की कमी से बच्चों में रिकेट्स जैसी हड्डियों की विकृति हो सकती है..
Thank you for reading this post, don't forget to subscribe!
बच्चों के समग्र विकास के लिए उनके शरीर में सही मात्रा में पोषक तत्वों का होना बेहद आवश्यक है। इनमें कई तरह के विटामिन्स व मिनरल्स शामिल है। अन्य विटामिन की तरह ही विटामिन डी भी बच्चे के लिए उतना ही जरूरी है। हड्डियों, दांतों व मांसपेशियों को स्वस्थ रखने के लिए विटामिन डी की आवश्यकता होती है।
विटामिन डी की कमी से बच्चों में रिकेट्स जैसी हड्डियों की विकृति हो सकती है। इतना ही नहीं, विटामिन डी की कमी से बच्चे को अधिक चिड़चिड़ापन होता है व उसे अधिक गुस्सा आता है। वैसे तो विटामिन डी का सबसे अच्छा व नेचुरल स्त्रोत सूरज की किरणों को माना जाता है। लेकिन इसके अलावा आप कुछ फूड्स की मदद से उसके शरीर में विटामिन डी की कमी को दूर कर सकते हैं। तो चलिए जानते हैं इनके बारे में-
मशरूम्स
मशरूम एकमात्र ऐसा प्लांट स्त्रोत है,जिसमें विटामिन डी की महत्वपूर्ण मात्रा होती है। न्यूटिशन एक्सपर्टके अनुसार,मशरूम में विटामिन डी-2 होता है,जबकि पशु उत्पादों में विटामिन डी-3 होता है। विटामिन डी-2 विटामिन डी-3 की तरह जैव-उपलब्धता नहीं हो सकता है लेकिन फिर भी विटामिन डी का स्तर बढ़ा सकता है।
फोर्टिफाइड सेरल्स
डायटिशियन बताते हैं कि कई ब्रेकफास्ट सेरल्स और ओटमील्स आदि विटामिन डी के साथ फोर्टिफाइड होते हैं। फोर्टिफाइड अनाज में विटामिन डी की मात्रा ब्रांडों के बीच भिन्न हो सकती है। आम तौर पर प्रति सर्विंग में 0.2 से 2.5 उबह विटामिन डी पाया जाता है।
सोया प्रॉडक्ट
डायटिशियन के अनुसार, टोफू और सोया चंक्स जैसे सोया उत्पाद विटामिन डी का एक स्वस्थ स्रोत हैं। ये उत्पाद एक सुपरमार्केट में आसानी से उपलब्ध हैं। टोफू आपके लिए नया प्रॉडक्ट हो सकता है, लेकिन आप इसे अपने पनीर से स्विच कर सकते हैं।
खाएं संतरे
वैसे तो बहुत से फलों में विटामिन डी कम ही पाया जाता है। लेकिन संतरा एक ऐसा फल है, जिससे आपको विटामिन डी मिल सकता है। इसलिए अपने बच्चों की डाइट में एक गिलास संतरे का जूस जरूर शामिल करें। यह बच्चे की विटामिन डी के साथ-साथ कैल्शियम व विटामिन सी आदि की जरूरतों को पूरा करने में भी मदद करेगा।