मानसून की विदाई के बाद भी बरस रहा पानी चौबीस घंटे में दो इंच वर्षा
उज्जैन।मानसून का सीजन 1 जून से 30 सितंबर तक माना जाता है। मौसम विभाग भोपाल ने ३ अक्टूबर को मानसून के विदाई की घोषणा कर दी थी। लेकिन कम दबाव का क्षेत्र बनने से लगातार बारिश हो रही है। चार साल पहले भी ऐसी स्थिति बनी थी। इस वर्ष अगस्त-सितंबर में जोरदार बारिश हुई और सभी जल स्त्रोत पूरी तरह लबालब हो गए हैं।
दो दिन से हो रही वर्षा के कारण एक बार फिर शिप्रा का जल स्तर रात से बढ़ रहा है। आज सुबह छोटा पुल करीब दो फीट डूब गया। पुल पर रास्ता रोकने के बाद भी आवागमन जारी रहा।
वहीं घाट के समीप के मंदिर भी आधे डूबे हुए हैं। बुधवार से ही रूकरूक कर बारिश हो रही है। रात में तेज गरज चमक के साथ बारिश हुई, जो सुबह 4 बजे थमी। पिछले चौबीस घंटे में करीब दो इंच वर्षा दर्ज की गई।
फसलों की कटाई प्रभावित
पूरे जिले में पिछले दो-तीन दिनों से लगातार बारिश हो रही हैं इससे ग्रामीण अंचल में खरीफ सीजन की फसलों की कटाई पर भी असर पड़ा है। सोयाबीन, मक्का, मूंग, उड़द आदि फसल पूरी तरह पक गई हैं और इनकी कटाई शुरू हो गई थी। मंडी में भी फसल की आवक बढऩे लगी थी।
इस बीच बारिश होने से खेतों में पानी भर गया है। इससे हार्वेस्टर मशीन भी नहीं चल पा रही हैं और न ही मजदूर खेतों में जाकर कटाई कर पा रहे हैं। खेतों में खड़ी फसलों की पानी से गुणवत्ता प्रभावित होगी और किसानों को इनके दाम भी कम मिलेंगे।
नदी में बहते श्वान को बचा लिया युवक ने….
उज्जैन। दो दिन से हो रही बारिश से शिप्रा का जल स्तर बढ़ा हुआ है। सुबह में छोटे पुल पर करीब दो फीट पानी था। एक श्वान भी पानी में बह गया।
वह किसी तरह छोटे पुल से बाहर निकलने का प्रयास कर रहा था। इसी बीच एक युवक भी पुल से निकल रहा था। उसने देखा तो श्वान को सहारा दिया। श्वान भी सहारा पाकर धीरे-धीरे पानी से बाहर निकल आया….और पुल से होकर सड़क पर पहुंच गया।