बेकाबू रफ्तार वाले बस ड्रायवर बन रहे लोगों की जान के दुश्मन

हाईवे तो छोड़ो…शहर के अंदरूनी मार्ग भी वाहन चालकों के लिये सुरक्षित नहीं

उज्जैन। कलेक्टर के निर्देश हों या आरटीओ की कार्रवाई पुलिस भी मामला गरम होने पर 4-6 दिन सड़क पर दिखाई देती है उसके बाद फिर शुरू हो जाता है बेकाबू रफ्तार वाले बस ड्रायवरों के बेलगाम होने का खेल। इनकी लापरवाही लोगों की जान की दुश्मन बनी हुई है। हाईवे तो छोड़ो शहर के अंदरूनी मार्ग भी इन बस चालकों के कारण दूसरे वाहन चालकों के लिये सुरक्षित नहीं बचे हैं।

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यह हैं दुर्घटना वाले मार्गों के पाइंट

आगर रोड- इस रोड पर खिलचीपुर नाका, इंदिरा नगर तिराहा, बीमा चौराहा, कोयला फाटक और चामुंडा चौराहा कुल 5 स्थानों पर ट्रैफिक सिग्नल लगे हैं। इस मार्ग पर तराना, आगर, महिदपुर की ओर चलने वाली बसों का दिनभर आवागमन होता है। मोहननगर तिराहा, बीमा चौराहा के आगे, मकोडिय़ा आम रोड, इंदिरा तिराहा दुर्घटनाओं के पाइंट हैं।

इंदौर रोड- तीन बत्ती चौराहा, नानाखेड़ा चौराहा, महामृत्युंजय द्वार चौराहा, इंजीनियरिंग कॉलेज तिराहा, त्रिवेणी पुल तिराहा कुल 5 जगह ट्रैफिक सिग्नल लगे हैं। इस मार्ग पर सिंधी कॉलोनी, सुभाष नगर, नानाखेड़ा वाला मार्ग सबसे अधिक दुर्घटना वाले पाइंट हैं। इस रोड पर इंदौर जाने वाले वाहन और नानाखेड़ा बस स्टैंड से इंदौर की बसों का संचालन होता है।

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देवास रोड- तीन बत्ती चौराहा के बाद आरटीओ तिराहा फिर नागझिरी चौराहे पर ट्रैफिक सिग्नल हैं। ऋषिनगर टर्न, इस्कॉन टर्न, पुलिस लाइन के सामने और नागझिरी चौराहा दुर्घटना संभावित क्षेत्र हैं। खास बात यह कि इस मार्ग पर परमिशन नहीं होने के बावजूद देवास की ओर जाने वाली बसों का संचालन हो रहा है।

मक्सी रोड- मक्सी व शाजापुर जाने के लिये देवासगेट बस स्टैंड से बसों का संचालन हो रहा है। बसें आगर रोड से एमआर-5 टर्न लेकर मक्सीरोड पर पहुंचती हैं। शंकरपुर, पंवासा की ओर आवागमन करने वाली तेज रफ्तार बसें इस मार्ग पर दुर्घटनाओं अंजाम देती हैं।

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आरटीओ, यातायात पुलिस और थानों का खौफ बेअसर

तेज रफ्तार और अनियंत्रित वाहन चलाने वाले ड्रायवरों को कंट्रोल करने, जुर्माना और परमिट निरस्त तक करने के लिये शहर में आरटीओ, यातायात पुलिस व संबंधित थाने हैं लेकिन बस ड्रायवरों में किसी का खौफ नहीं है। वह अपने वाहन अपनी मर्जी और मनमानी स्पीड से चलाते हैं। दुर्घटना होने पर वाहन छोड़कर भागते सेटिंग के बाद मामला निपटा भी लेते हैं।

इनका कहना
समय-समय पर अभियान चलाकर तेज रफ्तार बस चलाने वालों पर कार्रवाई की जाती है, कई बार बसों के परमिट भी निरस्त किये गये हैं। आगामी दिनों में हम उस बस के दस्तावेज मंगवा रहे हैं। उक्त बस का फिटनेस चैक कर ड्रायवर के लायसेंस व वाहन के कागजात चैक करने की कार्रवाई की जायेगी। – संतोष मालवीय, आरटीओ

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