एक्शन का स्टेयरिंग थामने में टै्रफिक पुलिस-आरटीओ विभाग फेल
उज्जैन। बस वालों की मनमानी के आगे आदेश-निर्देश ‘बे-बस’ है। एक्शन का स्टेयरिंग थामने में टै्रफिक पुलिस-आरटीओ फेल है। बस स्टैंड के बाहर से सवारी बैठाने-उतारने का काम किया जा रहा है। शहर के बीच से प्रतिबंधित मार्ग पर बस चल नहीं दौड़ रही है। इन पर कार्रवाई नहीं हो रही है। बीते दो माह में 5 से 7 बार बसों के संचालन को लेकर अलग-अलग आदेश -निर्देश जारी हुए है,लेकिन कार्रवाई एक बार भी नहीं की गई है। नतीजतन बस वालों की जमकर मनमानी जारी है।
मंगलवार सुबह 9.30 बजे एमआर-2 पर देवास जाने वाली बस में सवारी बैठाई जा रही थी। कुछ मिनट बाद देवास से आनी वाली बस नानाखेड़ा बस स्टैंड के भीतर ही नहीं पहुंची और बीच सड़क में सवारी उतारने के बाद फिर से सवारियों का इंतजार करने लगी। इसी बीच पहले खड़ी बस रवाना हो गई।
- सुबह 7 से रात 10 बजे तक नानाखेड़ा से टॉवर और फ्रीगंज ओवर ब्रिज तक यात्री बसों का संचालन प्रतिबंधित है। इसके बाद भी बसे इस मार्ग स देवास गेट बस स्टैंड की ओर जा रही है।
- देवास के बसों का संचालन नानाखेड़ा बस स्टैंड से करना तय है,लेकिन देवास की बसें स्टैंड के अंदर ले जाना तो दूर एमआर-2 पर बीच सड़क में सवारी बैठाने-उतारने का काम किया जा रहा है।
- इंदौर-उज्जैन की बसों का संचालन नानाखेड़ा बस स्टैंड से तय है,पर इंदौर की बसें एक नहीं पांच स्थान पर से सवारी ले रहीं है।
- बसों में यात्रियों की सुरक्षा के मद्देनजर दो गेट और एक इमरजेंसी गेट होना अनिवार्य है पर कई बसों में इसका पालन नहीं हो रहा है।
- चालक-परिचालक बगैर वर्दी, नेम प्लेट के वाहनों का संचालन कर रहे हैं। वाहनों पर पंजीयन की जानकारी भी चस्पा नहीं।
फिर बैठक और… रूक-रूक कर ही आगे बढ़ती है बस…
सोमवार को तीसरी बार सड़क सुरक्षा समिति की बैठक हुई। इसमें कलेक्टर ने निर्देश दिए कि यात्री बसें निर्धारित स्थानों के अलावा अन्य किसी जगह पर नहीं रोकी जाए। बैठक को 12 घंटे भी नहीं बीते होंगे और आज सुबह 9.30 बजे चामुंडा माता चौराहे पर कई यात्री बसें रूककर यात्रियों को बस में बैठाती रही। कलेक्टर आशीषसिंह और एसएसपी सत्येंन्द्र कुमार शुक्ल ने बुधवार को सड़क सुरक्षा समिति की बैठक ली थी।
बैठक में जिले में जहां भी ब्लैक स्पॉट हैं, उन्हें तुरंत ठीक करने के साथ ही आगर रोड पर निर्धारित स्थान के अतिरिक्त हर कहीं रूकने वाली बसों के विरूद्ध कार्यवाही करने के निर्देश जिला परिवहन अधिकारी को दिए। इससे पहले भी दो बार समिति की बैठक हो चुकी है जिसमें इसी तरह के सख्त निर्देश दिए गए थे। निर्देशों का पालन नहीं करने पर परमिट निलंबित करने की चेतावनी भी दी गई थी। मगर इस तरह के आदेश-निर्देशों का पालन कहीं होता नहीं दिखाई दे रहा है।
सुबह 8 बजे यह हालात चामुण्डा माता चौराहे पर जहां आगर की और जाने वाली और उज्जैन आने वाली बसें ऐसे खड़ी हो रही थी।
चामुण्डा मंदिर चौराहा
स्कूल वाहनों की शिक्षकों की समिति करें जांच…
सड़क सुरक्षा समिति की बैठक के दौरान कलेक्टर ने निर्देश दिए कि विद्यालयों में शिक्षकों की एक समिति बनाई जाए जो समय-समय पर वाहनों की जांच करें। यदि वाहनों में कोई परिवर्तन होता है तो इसकी जानकारी सूची में अपडेट की जाए। उन्हेल हादसे के बाद से स्कूली वाहनों को लेकर प्रशासन सजग है। परिवहन और यातायात पुलिस ने भी जांच अभियान चलाया है। बता दें कि बाल आयोग और सुप्रीम कोर्ट की गाइड लाइन के तहत बसों की जांच होना।