सभी हमेशा ही स्टाइलिश दिखना चाहते हैं और इसके लिए सिर्फ अपने आउटफिट ही नहीं, बल्कि बालों पर भी ध्यान देते हैं। कई बार अपने लुक को चेंज करने के लिए हम तरह-तरह के हेयर ट्रीटमेंट्स करवाते हैं। लेकिन ये हेयर ट्रीटमेंट्स सिर्फ आपके बालों पर ही अपना असर नहीं छोड़ते हैं, बल्कि किसी हेल्थ प्रॉब्लम को भी ट्रिगर कर सकते हैं।अगर आपको माइग्रेन की समस्या है तो ऐसे में आपको कुछ हेयर ट्रीटमेंट्स को अवॉयड करना चाहिए।
माइग्रेन होने पर आपको बहुत तेज सिरदर्द होता है जो आमतौर पर सिर के एक तरफ को प्रभावित करता है और इससे आपको बहुत अधिक दर्द झेलना पड़ता है। ऐसे में अगर कुछ केमिकल्स व हेयर ट्रीटमेंट्स किए जाएं तो इससे माइग्रेन ट्रिगर हो सकता है। तो चलिए आज इस लेख में हम आपको ऐसे ही कुछ हेयर ट्रीटमेंट्स के बारे में बता रहे हैं, जिन्हें माइग्रेन होने पर अवॉयड करना चाहिए-
अधिक हीट स्टाइलिंग
बालों की स्टाइलिंग करने के लिए अक्सर हम हीट स्टाइलिंग टूल का इस्तेमाल करते हैं। हेयर ड्रायर से लेकर स्ट्रेटनर और कर्लिंग आयरन सिर्फ बालों ही नहीं, बल्कि हमारे ओवर ऑल लुक को चेंज कर देते हैं। लेकिन अगर आपको माइग्रेन की समस्या है तो ऐसे में आपको बार-बार इनका इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। ऐसा करने से आपकी स्कैल्प और सिर बहुत अधिक हीट के संपर्क में आ सकता है, जिससे माइग्रेन ट्रिगर हो सकता है। इसलिए, हीट स्टाइलिंग टूल्स का कम से कम उपयोग करें और हमेशा हीट प्रोटेक्टेंट स्प्रे का उपयोग करें।
सुगंध हेयर प्रोडक्ट से बचें
मार्केट में ऐसे कई शैंपू, कंडीशनर, हेयर स्प्रे और स्टाइलिंग प्रोडक्ट्स मिलते हैं, जिनमें बहुत तेज सुंगध होती है। लेकिन इस तरह के प्रोडक्ट्स के कारण माइग्रेन ट्रिगर हो सकता है। इसलिए, अगर आपको माइग्रेन की समस्या है तो ऐसे में आप फ्रेगरेंस फ्री हेयर प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल करें।
हेयर डाई और ब्लीचिंग से बचें
कई बार हम अपने लुक को चेंज करने के लिए हेयर डाई और ब्लीच का इस्तेमाल करते हैं। लेकिन माइग्रेन की समस्या होने पर इस तरह के हेयर ट्रीटमेंट्स अवॉयड करने चाहिए। दरअसल, हेयर डाई और ब्लीचिंग में मौजूद केमिकल्स में तेज़ गंध हो सकती है और इसमें ऐसे तत्व हो सकते हैं जो माइग्रेन को ट्रिगर कर सकते हैं। इसलिए, इनसे बचें। अगर आप हेयर डाई करवाना भी चाहते हैं तो अमोनिया फ्री या फिर हाइपोएलर्जेनिक हेयर डाई का उपयोग करें।
हेयर रिलैक्सर्स और पर्म्स से बचें
हेयर रिलैक्सर्स और पर्म्स में उपयोग किए जाने वाले केमिकल्स तेज धुएं का उत्सर्जन कर सकते हैं, जो कुछ व्यक्तियों में माइग्रेन को ट्रिगर कर सकता है। साथ ही, यह भी सुनिश्चित करें कि यह एरिया अच्छी तरह से वेंटिलेटिड है। अगर संभव हो तो इनसे बचने की कोशिश करें।