10 पद के 16 दावेदार, गुट संतुलन में अटकी एमआईसी
‘राजधानी’ से तय होंगे, सदस्यों के नाम-विभाग
प्रभावी और अधिक बजट वाले विभाग की समिति में शामिल होने के लिए जोर
उज्जैन/इंदौर।नगर सरकार के अस्तित्व में एक सप्ताह हो चुका है, लेकिन महापौर की मंत्री परिषद यानी मेयर इन काउंसिल (एमआईसी) का गठन नहीं हो सका है। दरअसल 10 पद के 16 दावेदार होने और गुट संतुलन नहीं होने के कारण एमआईसी अटकी हुई है। खींचतान के चलते भाजपा प्रदेश संगठन ने हस्तक्षेप करते हुए स्थानीय संगठन को फरमान दिया है कि नाम राजधानी भेज दें, वहां से तय कर देंगे।
एमआईसी संबंध में भाजपा संगठन की दो से तीन बैठके हो चुकी हैं। 10 पद के लिए 16 से अधिक दावेदार है। सूत्रों का कहना है कि उज्जैन उत्तर-दक्षिण विधानसभा क्षेत्र से 5-5 पार्षदों को स्थान देने पर विचार किया गया, लेकिन पार्टी का एक गुट क्षेत्र से जीतकर आए पार्षदों की संख्या के आधार पर प्रतिनिधित्व देने की मांग कर रहा है।
इससे एमआईसी सदस्यों के नाम तय करने में पार्टी को भारी मशक्कत का सामना करना पड़ रहा है। सूत्रों का कहना है कि एक गुट का कहना है कि दक्षिण से ज्यादा पार्षद जीते हैं, इसलिए एमआईसी में उनके गुट को अधिक स्थान दिए जाए। इसके लिए 6-4 के फार्मूले पर जोर दिया जा रहा है। यानी दक्षिण के 6 और उत्तर के 4 पार्षदों को एमआईसी शामिल किया जाए।
दूसरे गुट का कहना है कि 5-5 का फार्मूला रखा जाए। संगठन भी इस पर लगभग सहमत है, लेकिन इस पर एक राय नहीं बन पा रही थी। मशक्कत और भारी खींचतान के बाद मामले में प्रदेश संगठन ने हस्तक्षेप किया है। इसके लिए नाम तय कर भोपाल भेजने को कहा है। सूत्रों के अनुसार स्थानीय संगठन की एक-दो दिन में फिर से बैठक में नामों पर विचार किया जाएगा।
एमआईसी के 10 सदस्य
नगर निगम के संचालन में महापौर के साथ-साथ 10 विभागों के सदस्यों की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। इसे निगम की नियमावली के अनुसार मेयर इन काउंसिल कहा जाता है। इसमें विभागवार एमआईसी प्रभारी नियुक्त/मनोनयन करने का अधिकार महापौर के होता है। आमतौर पर इस तरह की नियुक्ति महापौर द्वारा पार्टी संगठन और वरिष्ठ नेताओं की अनुशंसा के आधार पर होती है। नगर निगम में भाजपा को पूर्ण बहुमत मिलने के बाद 10 एमआईसी सदस्यों के चयन को लेकर भी गुटबाजी को नजरअंदाज करते हुए नाम तय करने होगे।
यह है प्रमुख दावेदार
एमआईसी के लिए प्रमुख दावेदारों में योगेश्वरी राठौर, दुर्गा चौधरी, प्रकाश शर्मा, रामेश्वर दुबे, दिलीपसिंह परमार, सुरभि चांवड, लीला वर्मा, भारती चौधरी, अंशु अग्रवाल, गब्बर भाटी, आशिमा सैंगर, कैलाश प्रजापत, रजत मेहता के नाम चर्चा में है।