पत्थर और पेंचकस से भाई पर किया हमला, दरवाजा बंद कर बचाई जान
उज्जैन। जिला अस्पताल परिसर में रहने वाले मेडिकल ऑफिसर के घर बीती रात चोरों ने बाउण्ड्री कूदकर धावा बोला। आवाज सुनकर घर में सो रहे डॉक्टर के भाई-भाभी नींद से जागे। चोर ने पत्थर व पेचकस से उन पर हमले का प्रयास किया और भाग गये।
डॉ. विक्रम रघुवंशी मेडिकल ऑफिसर हैं और माधव नगर अस्पताल में पदस्थ हैं। उनका घर जिला अस्पताल परिसर में स्थित है। डॉ. रघुवंशी ने बताया कि घर पर भाई केसर सिंह और भाभी जानी आंजना आए हुए हैं। रात 12 बजे डॉ. रघुवंशी पत्नी व बच्चे के साथ एक कमरे में व भाई व भाभी दूसरे कमरे में सोये थे। घर के पीछे से बाउण्ड्री कूदकर अज्ञात बदमाश आंगन तक आये।
यहां दरवाजे की मच्छर जाली तोडकर पेचकस व पत्थर से नकूचा खोला व घर में प्रवेश किया। इसके बाद बदमाश कमरे में पहुंचे पास के कमरे में भाई व भाभी सो रहे थे वहां पहुंचकर डॉ. रघुवंशी और उनके भाई की पेंट उठा ली। पलंग पर रखी सोने की चेन व भाभी जानी आंजना का मोबाइल भी उठा लिया फिर कमरे का एक तरफ से दरवाजा बंद कर अलमारी खोलने का प्रयास किया।
रात 3 बजे भाभी ने खटपट की आवाज सुनी तो भाई को जगाया। केसर सिंह आंजना ने बताया कि कमरे का दरवाजा खोला तो सामने एक बदमाश दिखा उसने तुरंत ही पत्थर फेंककर हमला किया तो दरवाजा बंद कर लिया जिससे लकड़ी के दरवाजे में छेद हो गया। फिर बदमाश ने पेचकस दरवाजे पर मारा।
पत्नी से बोले बंदूक निकाल
केसर सिंह ने बताया कि बदमाश ने पत्थर व पेचकस से हमला किया तो शोर मचाया और पत्नी से बोला बंदूक निकाल यह सुनते ही बदमाश वापस आंगन की तरफ भागे इसी दौरान डॉ. रघुवंशी भी नींद से जाग गये। घर के लोगों के जागने पर दोनों बदमाश बाउण्ड्री कूदकर भाग निकले।
घर के पीछे मिलीं पेंट…
डॉ. रघुवंशी ने बताया कि उनके पेंट की जेब में 16 हजार रूपये के लगभग रखे थे, भाई केसर सिंह के पेंट की जेब में 13 हजार रूपये थे। दोनों पेंट से रूपये निकालने के बाद बदमाश घर के पीछे पेंट फेंक गये।
एटलस चौराहे के पास मिला मोबाइल
सुबह करीब 9 बजे भाभी के चोरी गये मोबाइल से कॉल आया। लड़की ने फोन पर बताया कि यह मोबाइल उन्हें लाल मस्जिद एटलस चौराहे के पास मिला है। डॉ. रघुवंशी ने इसकी जानकारी कोतवाली पुलिस को दी।