नेता प्रतिपक्ष बोले- गरीबों से चालान वसूलकर क्या संदेश देना चाहते हो..
उज्जैन। प्रतिबंधित पॉलिथीन का उपयोग करने वाले छोटे व्यापारियों पर दिखावे की कार्रवाई करना नगर निगम के उपायुक्त को भारी पड़ गया। दरअसल उपायुक्त की कार्यप्रणाली को लेकर नगर निगम परिषद के सम्मेलन में नेता प्रतिपक्ष ने सवाल खड़े किए और अफसरों को आड़े हाथों लिया।
दरअसल दो दिन पहले निगम के उपायुक्त संजेश गुप्ता ने प्रतिबंधित पॉलिथीन का उपयोग करने वाले छोटे व्यापारियों पर कार्रवाई की। इस मामले को हीरोपंती के तौर पर प्रचारित किया था। इस पर ही नगर निगम नेता प्रतिपक्ष रवि राय नाराज हुए। निगम सम्मेलन में राय ने कहा कि नगर निगम के पास टैक्स लगाकर रुपये कमाने के कई तरीके हैं ।
गरीबों से चालान…
फिर गरीबों को निशाना बनाकर पॉलिथीन जब्त करने और 250 रुपये का चालान बनाकर लोअर टीशर्ट में फोटो सेशन कराने की क्या जरूरत है। अफसर तो तीन साल बाद चले जाएंगे। जनता तो जनप्रतिनिधियों को सवालों के जवाब पूछेगी। पॉलिथीन को लेकर कार्रवाई करना है,तो उन बड़े लोगों पर करें,जो पॉलिथीन निर्माण और बेचने का काम करते हैं। राय ने कहा कि चबुतरे, फुटपाथ, ठेले, गुमटी पर कौन लोग व्यवसाय करते हैं यह किसी से छुपा नहीं है। गरीबों पर नगर निगम के अफसर कार्रवाई करने जा रहे हैं।
लोअर-टीशर्ट में उपायुक्त दुकान के बाहर खड़े होकर फोटो सेशन कराने के बाद स्वयं का महिमा मंडन कर रहे हैं, यदि कार्रवाई का इतना शौक है तो होलेसेलरों को क्यों नहीं पकड़ते। अफसरों को भी पता है अमानक स्तर की पॉलिथीन कहां से आ रही है और कहां जा रही है फिर भी छोटे व्यापारियों को पकड़कर 250 रुपये का चालान बनाना गरीबों को प्रताडि़त करने के समान है। नगर निगम को रुपये कमाने हैं तो टैक्स लगा सकते हैं और भी अन्य तरीके हैं।
एक ओर महापौर द्वारा फुटपाथ पर व्यवसाय करने वालों से बाजार वसूली नहीं करने की बात कही जा रही है। वहीं दूसरी ओर नगर निगम के अफसर अमानक पोलिथीन का हवाला देकर छोटे व्यापारियों के चालान बनाते फिर रहे हैं। नेता प्रतिपक्ष की बात का विपक्ष-सत्तापक्ष दोनों के पार्षदों ने समर्थन किया। सदन ने आयुक्त को दिखावे की ऐसी कार्रवाई करने वाले अफसरों की निगरानी के निर्देश भी दिए।