युवाओं को कृषि क्षेत्र में कॅरियर का अवसर, चार साल का होगा कोर्स
अक्षरविश्व प्रतिनिधि.उज्जैन। विक्रम विश्वविद्यालय में इस सत्र से कृषि संकाय में बीएससी एग्रीकल्चर ऑनर्स कोर्स प्रारंभ किया जा रहा हैं। इस कोर्स में इस वर्ष बिना पीएटी (प्री-एग्रीकल्चर टेस्ट) विद्यार्थियों को सीधे प्रवेश दिए जाएंगे। इसके लिए विश्वविद्यालय स्तर पर कोई एंट्रेस एग्जाम भी नहीं रखी जाएगी। पहले आओ पहले पाओ के आधार पर मैरिट लिस्ट बनाई जाएगी।
चार साल के एग्रीकल्चरल साइंस के कोर्स में एग्रीकल्चर के विभिन्न विषयों का अध्ययन वैज्ञानिक पद्धति सेसे कराया जाएगा।क्लास में एग्रीकल्चरल टेक्नोलॉजी के सभी विषयों पर अध्ययन करवाया जाएगा। विद्यार्थियों को खेत, खलिहानों में प्रायोगिक और सैद्धांतिक रूप से जानकारी भी दी जाएगी। कक्षा 12 के बाद कृषि में 4 साल का कोर्स रहेगा। कोर्स पहले साल में 60 सीट से शुरू होगा। अधिक आवेदन आने पर इसे बढ़ाकर 120 सीट तक किया जा सकता है।
यह होगा लाभ
11वीं और 12वीं में बायोलॉजी विषय से पढऩे वाले विद्यार्थियों का इस वर्ष बिना पीएटी के प्रवेश मिलेगा। ठ्ठ बीएससी एग्रीकल्चर ऑनर्स खेत, खलिहानों में करवाएंगे प्रैक्टिकल, चार साल का रहेगा नया कोर्स। ठ्ठ कृषि संकाय में बीएससीकोर्स के लिए अब शहर से बाहर जाना पड़ता था लेकिन अब ऐसा नहीं होगा।
कोर्स के बाद रोजगार के अवसर मिलेंगे
बीएससी एग्रीकल्चर ऑनर्स के बाद विद्यार्थियों को सरकारी के साथ निजी कंपनियों में कॅरियर बनाने का अवसर मिल सकता है। उच्च शिक्षा विभाग ने विक्रम विवि में बीएससी एग्रीकल्चर ऑनर्स की शुरुआत करने की अनुमति दे दी है।
-डॉ. मोहन यादव,
उच्च शिक्षा मंत्री