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श्रावण मास के आखिरी सोमवार शाही ठाठ-बाट से निकली बाबा महाकाल की सवारी

ज्योतिर्लिंग महाकाल मंदिर से श्रावण मास की आखिरी सवारी धूमधाम से निकली । बाबा महाकाल ने चंद्रमौलेश्वर स्वरूप में भक्तों को दर्शन दिए .फूलों की वर्षा कर राजाधिराज का स्वागत किया ।

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मंदिर के मुख्य द्वार पर सशस्त्र पुलिस जवानों ने बाबा महाकाल को सलामी दी। पूजा-अर्चना के बाद भगवान भक्तों से मिलने निकले।

भगवान महाकाल को शिप्रा के जल से स्नान कराया गया। इसके बाद सवारी गोपाल मंदिर के लिए रवाना हो गई। यहां हरि-हर का मिलन हुआ ।

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बाबा महाकाल बैलगाड़ी पर नंदी पर उमा-महेश का स्वरूप धारण किए हुए हैं। पालकी के साथ हाथी पर मनमहेश, गरुड़ रथ पर शिव तांडव प्रतिमा, नंदी रथ पर उमा महेश के मुखारविंद विराजमान हुए ।

उमड़े आस्था के सैलाब को देखते हुए प्रशासन ने सवारी मार्ग पर सुरक्षा के चाकचौबंद इंतजाम किए हैं। भीड़ को दखते हुए स्कूली वाहनों के आवागमन में होने वाली परेशानी को देखते हुए शहर के समस्त स्कूलों में विद्यार्थियों के लिए सोमवार का अवकाश घोषित किया गया ।

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पूर्णिमा से भादौ मास प्रारंभ हो जाएगा। इस महीने में बाबा महाकाल की दो सवारी प्रमुख रहेगी। इसमें अंतिम सवारी 22 अगस्त को शाही सवारी होगी।

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