संभागायुक्त ने दिए निर्देश, अंधे मोड़ और कर्व सड़कों के लिये संकेतक व ट्रेक्टर ट्राली में रेडियम पट्टी लगवाएं

By AV NEWS

ब्लैक स्पॉट चिन्हित कर दुरूस्त कराये जाएंगे

अक्षरविश्व न्यूज. उज्जैन संभाग के कई जिलों में वाहन दुर्घटनाओं के पीछे ब्लैक स्पॉट, अंधे मोड़ और कर्व नहीं होना सामने आया है। इसके अलावा हाईवे पर ट्रेक्टर ट्रालियों में लाइट नहीं होने से वाहन चालक दुर्घटनाओं का शिकार होते हैं। इसको लेकर संभागायुक्त द्वारा संभाग भर के कलेक्टर व एसपी सहित अन्य विभागों के अधिकारियों के साथ सड़क सुरक्षा समिति की बैठक आयोजित कर निर्देशित किया गया।

बैठक में राष्ट्रीयराज मार्गों पर ट्रेक्टर ट्रॉली पर होने वाली दुर्घटनाओं की रोकथाम हेतु रेडियम पट्टी लगाये जाने की कार्यवाही पर चर्चा के दौरान संभागायुक्त ने कहा कि इस पर सभी जिलों में और अधिक काम किये जाने की आवश्यकता है। जिला कलेक्टर अपने-अपने जिलों में ट्रेक्टर ट्रॉली पर रेडियम की पट्टी लगाये जाने पर नवाचार करें। ट्रेक्टर के शोरूम संचालकों से समन्वय स्थापित करें। साथ ही सीएसआर फण्ड से रिफ्लेक्टर लगाये जाने हेतु प्रस्ताव बनाया जाये।

शहरी क्षेत्रों में यातायात नियंत्रण पर चर्चा के दौरान संभागायुक्त ने निर्देश दिये कि शहरों के प्रमुख स्थानों पर वाहनों की गति सीमा निर्धारित की जाये। गति सीमा के साइन बोर्ड विभिन्न स्थानों पर लगाये जायें। इसका जिलेवार डाटा तैयार किया जाये। जहां कहीं भी इंटरसेप्शन, अंधा मोड़, कर्व आदि हों, वहां पूर्व से चेतावनी के बोर्ड लगाये जायें।

सड़क सुरक्षा हेतु जन-जागरूकता के लिये अभियान चलाये जाने की समीक्षा के दौरान जानकारी दी गई कि जनवरी से ट्रैफिक के नियम और सड़क सुरक्षा हेतु समय-समय पर अभियान चलाये जायेंगे तथा जागरूकता के कार्यक्रम भी आयोजित किये जायेंगे। संभागायुक्त ने इस हेतु पूर्व से तैयारी करने के निर्देश दिये। संभाग में जहां कहीं भी ब्लेक स्पॉट हैं, उन्हें चिन्हित कर ठीक करने के निर्देश दिये गये। संभागायुक्त द्वारा संभाग के जिलों में ट्रैफिक सुरक्षा हेतु किये गये नवाचार अथवा सुझाव जिलों के कलेक्टर से लिये गये।

शाजापुर कलेक्टर द्वारा जानकारी दी गई कि शाजापुर जिले में दोपहिया वाहन चालकों के लिये हेलमेट अनिवार्य रूप से लगाये जाने का अभियान प्रारम्भ किया गया है। साथ ही पेट्रोल पम्प संचालकों को भी निर्देश दिये गये हैं कि बिना हेलमेट के दोपहिया वाहन चालकों को पेट्रोल न दिया जाये। इससे लोगों में हेलमेट को लेकर काफी जागरूकता आ रही है। संभागायुक्त ने कहा कि जिन जिलों में नेशनल हाईवे के समीप सर्विस रोड निकाली जानी है, वहां के कलेक्टर्स एनएचएआई को पत्र भिजवायें। नीमच कलेक्टर द्वारा जानकारी दी गई कि नीमच में सड़कों के दो जंक्शन पर हाईमास्ट लैम्प की अत्यन्त आवश्यकता है। इस पर संभागायुक्त ने शीघ्र-अतिशीघ्र हाईमास्ट लैम्प लगाये जाने के निर्देश दिये।

उज्जैन कलेक्टर श्री कुमार पुरुषोत्तम ने इन्दौर रोड पर कुछ स्थानों पर खराब सड़क की मरम्मत शीघ्र-अतिशीघ्र करवाने साथ ही इन्दौर रोड पर स्थित मीडियन पर प्लांटेशन करवाये जाने तथा कुछ स्थानों पर रिपेयर कराने के लिये पीडब्ल्यूडी के अधिकारी को कहा। टोल नाकों पर टोल वसूली के दौरान होने वाले वाद-विवाद को रोकने के लिये संभागायुक्त ने निर्देश दिये कि टोल वसूलने के दौरान आने-जाने वाले लोगों से टोल संचालक अच्छा व्यवहार करें तथा शालीनता से बात करें।

यदि कोई टोल देने में आनाकानी करता है तो उसे विनम्रतापूर्वक समझायें। आगर-मालवा के कलेक्टर ने कहा कि सुसनेर में सात सड़कों पर जंक्शन नहीं बना है। इस सम्बन्ध में जिले के प्रधानमंत्री सड़क योजना विभाग के द्वारा एनएचएआई को पत्र भी प्रेषित किया गया है। संभागायुक्त ने इसे शीघ्र-अतिशीघ्र बनवाये जाने के निर्देश दिये।

संभागायुक्त डॉ .संजय गोयल की अध्यक्षता में बुधवार को आयोजित हुई संभागीय सड़क सुरक्षा समिति की बैठक में आईजी संतोष कुमार सिंह, डीआईजी अनिल सिंह कुशवाह, कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम, पुलिस अधीक्षक सचिन शर्मा, आरटीओ संतोष मालवीय, एनएचएआई के प्रोजेक्ट डायरेक्टर, पीडब्ल्यूडी के संभागीय अधिकारी मौजूद थे। साथ ही उज्जैन संभाग के समस्त जिलों के कलेक्टर और अन्य वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी भी वीसी के माध्यम से बैठक में शामिल हुए।

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