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स्वच्छता सर्वेक्षण 2023: कबाड़ से जुगाड़….

शहर के पार्क में नजर आएंगे दुनिया के 7 अजूबे

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उज्जैन। आगरा का ताजमहल हो या पेरिस का एफिल टॉवर…यदि आप दुनिया के 7 अजूबों की सैर करना चाहते हैं तो अब आपको शहर से बाहर जाने की जरूरत नहीं है। स्वच्छता सर्वेक्षण २०२३ के तहत कबाड़ से जुगाड़ की पॉलिसी में शहर के प्रमुख पार्क में दुनिया के साथ अजूबों की प्रतिकृति का निर्माण किया जाएगा। इसके लिए नगर निगम उज्जैन ने तैयारी प्रारंभ कर दी है।

नगर निगम उद्यान प्रभारी विधु कौरव ने बताया कि स्वच्छता सर्वेक्षण 2023 में कबाड़ से जुगाड़ की थीम के भी नंबर जोड़े जाएंगे। हर वार्ड में कबाड़ से जुगाड़ की थीम पर एक पार्क डेवलप करने पर स्वच्छ सर्वे में 100 नंबर मिलेंगे। इसको लेकर नगर निगम की टीम हर रोज कबाड़ से जुगाड़ कर कुछ नया करने में जुटी है। खास बात यह है कि इस बार नगर निगम शहर के किसी एक पार्क में वेस्ट मटेरियल का उपयोग कर दुनिया के सात अजूबे बनाएंगी।

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स्वच्छ सर्वे-2023 के लिए मापदंड और अलग-अलग कैटेगरी में मिलने वाले नंबरों की जानकारी देने वाली टूल किट जारी हो गई है। यह एक तरह से स्वच्छता की परीक्षा का सिलेबस है जिसमें हर एक्टिविटी पर मिलने वाले नंबरों का वैटेज भी दिया जाता है। जीरो वेस्ट इवेंट को बढ़ावा देने के लिए सर्वे में इसके 90 अंक रखे गए हैं। इसमें से 20 अंक लेने के लिए नगर निगम को जीरो वेस्ट इवेंट की बुकिंग में छूट देना होगी।

आम नागरिकों के बीच इसका प्रचार करने के 15 नंबर और इवेंट आयोजित करने में लोगों की मदद करने पर 15 नंबर मिलेंगे। कम से कम एक जीरो वेस्ट इवेंट आयोजित करने पर 40 नंबर मिलेंगे। इस बार का सर्वे 7500 अंक से बढ़कर 9500 अंक का हो गया है। प्लास्टिक वेस्ट मैनेजमेंट के नंबर 2 प्रतिशत से बढ़ाकर 10 प्रतिशत कर दिए गए हैं और डोर टू डोर कचरा कलेक्शन के नंबर भी 10 प्रतिशत से बढ़ाकर 13 प्रतिशत कर दिए गए हैं।

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इन्हें भी सहेजा जाएगा

नगर निगम द्वारा शहर में पहले भी वेस्ट मटेरियल का उपयोग कर कुछ सेल्फी पाइंट बनाए गए थे। जो शहर की सुंदरता बढ़ाने के साथ पर्यटकों के आकर्षण का केन्द्र हैं। बता दें कि देखरेख के अभाव में शहर के विभिन्न चौराहों पर कबाड़ की जुगाड़ से बने सेल्फी पाइंट बद से बदतर हो गए है। अब नगर निगम इन्हें भी सहेजेगा। जल्द ही इनके संधारण और रंगरोगन का कार्य शुरू किया जाएगा।

इन अजूबों का नजारा कर सकेंगे उज्जैन में

  • उज्जैन में भी आगरा जैसा ही एक प्रतीकात्मक ताजमहल देखने को मिलेगा।
  • पेरिस का आइफिल टावर की उज्जैन में प्रतिकृति कबाड़े से बनी हुई नजर आएगी।
  • यहां पर मिश्र के पिरामिड भी नजर आएंगे। उस जमाने में अद्भुत कलाकृति का नमूना जहां इतने बड़े पत्थरों को इतनी ऊंचाई तक ले जाना भी पहेली ही थी। लेकिन यहां इस इमारत को आकार देने में वेस्ट मटेरियल का उपयोग किया जाएगा।
  • पीसा की झुकी हुई मीनार का भी निर्माण किया जाएगा। इटली में विश्व प्रसिद्ध झुकी हुई मीनार है।
  • कोलेजियम रोम का कोलेजियम भी यहीं अपनी ऊंची और टूटी दीवारों के साथ स्वागत करता दिखाया जाएगा।
  • न्यूयॉर्क में झील के किनारे बनीं स्टेच्यू ऑफ लिबर्टी भी उज्जैन में नजर आएगी।
  • क्राइस्ट द रिडीमर की विशालकाय प्रतिमा यहां आने वाले पर्यटकों को जरूर रोमांचित करेगी।

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