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हाउसिंग बोर्ड के कार्यालय में चार बजे ही खाली हो जाती हैं कुर्सियां..

वरिष्ठ अधिकारी की गैर मौजूदगी में कर्मचारी नदारद

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अक्षरविश्व न्यूज. उज्जैन शहर में कईं कॉलोनियां विकसित करने वाले हाउसिंग बोर्ड से लोग अब भी उम्मीद करते हैं कि यहां उन्हें कम कीमत में अच्छे मकान या प्लॉट मिल जाएंगे। समय-समय पर बोर्ड निविदाएं जारी भी करता है लेकिन जब लोग प्रॉपर्टी की जानकारी के लिए कार्यालय पहुंंचते हैं तो उन्हें कोई सटिक जानकारी नहीं मिलती। लोगों के बैठने के लिए पर्याप्त व्यवस्था नहीं है इसके अलावा कर्मचारी 4 बजे ही काम खत्म कर लौट जाते हैं और कुर्सियां खाली हो जाती हैं। जो कर्मचारी शाम 5.30 बजे तक रूकते हैं वे भी एकत्रित होकर बातचीत करते हुए देखे जा सकते हैं।

भरतपुरी प्रशासनिक क्षेत्र में मध्यप्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के समीप हाउसिंग बोर्ड की बिल्डिंग है। तीन मंजिला इस भवन में सबसे ऊपर सॢकल ऑफिस हैं जहां कार्यपालन यंत्री बैठते हैं। द्वितीय तल पर संभागीय कार्यालय है जहां इंजीनियर बैठते हैं और सबसे नीचे ग्राउंड फ्लोअर पर जिला कार्यालय हैं जहां से जिले के कार्य संपादित होते हंै।

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आम लोग प्रॉपर्टी की जानकारी लेने के लिए सबसे पहले ग्राउंड फ्लोअर पर जिला कार्यालय में ही पहुंचते हैं यहां पूछताछ के लिए रिसेप्शन तो हैं लेकिन इस पर कोई मौजूद नहीं होते। विभिन्न योजनाओं में कहां कितनी प्रॉपर्टी है और किस प्रोसेस के तहत इसे खरीदा जा सकता है आम लोगों को यह बताने वाला कोई नहीं मिलता। भवन की तीनों मंजिलों पर पेयजल के लिए आरओ सिस्टम लगे हुए हैं लेकिन आरओ मशीन बंद पड़ी हैं और पानी के कूलर पर जंग लगने से ये खराब हो गए हैं।शाम चार बजे कार्यालय में अधिकांश कुर्सियां खाली नजर आती हैं और टेबल के ऊपर छत का पंखा चालू देखा जा सकता है। गुरुवार को जब अक्षर विश्व के प्रतिनिधि हाउसिंग बोर्ड के कार्यालय पहुंचे तो यही नजारा देखने को मिला।

कार्यपालन यंत्री एनके गुप्ता किसी प्रकरण को लेकर गुरुवार को हाईकोर्ट इंदौर गए हुए थे। पीने के पानी का आरओ बंद था और नल में सादा पानी मिला। अधिकांश कुर्सियां खाली पड़ी थी और एक कमरे में कुछ कर्मचारी बैठकर बातचीत कर रहे थे। द्वितीय तल पर भी कर्मचारी नदारद थे और तीसरे तल पर कार्यपालन यंत्री गुप्ता के कैबिन में ताला लगा था और एई राठौर के बारे में जानकारी मिली कि वे छुट्टी पर घर गए हैं। योजना प्रभारी आरके मिश्रा ने संभागीय योजनाओं की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि उज्जैन में पिछले 8 महीने में गोयलाखुर्द और महाशक्ति नगर में प्लॉट और मकान बेचे हैं इसके अलावा नागदा में 9 प्लॉट और बाकी आगर और शाजापुर में प्रॉपर्टीज बेची हैं। मिश्रा ने कहा कि रक्षाबंधन की छुट्टी होने की वजह से कार्यालय में अधिकांश लोग छुट्टी पर हैं।

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