11 दिन बाद अधूरी तैयारी के बीच मेले की शुभारंभ की आज शाम रस्मअदायी

By AV NEWS

कार्तिक पूर्णिमा से प्रारंभ होता है मेला, आचार संहिता बनी बाधक

अक्षरविश्व न्यूज. उज्जैन:शिप्रा नदी के किनारे प्रतिवर्ष लगने वाले पारंपरिक कार्तिक मेला चुनाव आचार संहिता के कारण निर्धारित तिथि पर शुरू नहीं हो पाया। नगर निगम द्वारा 11 दिनों बाद आज इस मेले का शुभारंभ किया जा रहा है, जबकि मेले में अभी तक न झूले लगे हैं और न ही दुकानें।

कार्तिक मेला मंच पर ही मेले का शुभारंभ होना है, सुबह मंच के सामने की जमीन ऊंची-नीची थी। पिछले दिनों हुई बारिश के कारण कीचड़ था। 10 बजे तक निगम का अमला मेला प्रारंभ की सूचना के बाद भी व्यवस्थाएं दुरुस्त करने नहीं पहुंचा था। इधर मेले में नगर निगम द्वारा बनाये टीन शेड तो दिखाई दिए, लेकिन व्यापारियों द्वारा दुकानें नहीं लगाई हैं। वहीं झूले वाले भी मैदान में अपना सामान डालकर बैठे थे।

व्यापारियों ने चर्चा में बताया कि मेला अपने निर्धारित समय के बाद लग रहा है इस कारण व्यापारी असमंजस में हैं। वहीं ऑनलाइन टेंडर प्रक्रिया में गड़बड़ी से झूले वाले भी परेशान हैं। बाहर के अधिकांश व्यापारी दूसरे मेलों का रुख कर चुके हैं अब शहर के जिन व्यापारियों ने मेले में दुकानें ली हैं वहीं दुकानें शुरू करेंगे। नगर निगम अफसरों से दुकानें लगने के बाद शुभारंभ की बात कही थी लेकिन उन्होंने हमारी बात नहीं मानी।

3 लाख 80 हजार को कर दिया 38 लाख

व्यापारियों ने बताया कि नगर निगम द्वारा ऑनलाइन टेंडर प्रक्रिया को अपनाते हुए झूले और दुकानों के लिये व्यापारियों द्वारा लगाई गई ऑनलाइन बोली की प्रक्रिया में भी गड़बड़ी हो गई है। जिस व्यापारी ने झूले के रिक्त स्थान की बोली 3 लाख 80 हजार रुपये लगाई थी उसे नगर निगम अफसरों ने 38 लाख रुपये समझ लिया। जब टेंडर प्रक्रिया की राशि जमा करने का समय आया तो व्यापारी से 38 लाख रुपये मांगे इस
कारण अनेक दुकानों और खुली जमीन की फिर से बोली लगी है।

मौत का कुआं भी नहीं आया

मेले में झूले और मौत का कुआं लोगों के लिये विशेष आकर्षण का केन्द्र रहता है और अधिकांश लोग इसी के कारण मेले में आते हैं, लेकिन इस वर्ष मौत का कुआं लगने में संशय है क्योंकि जो व्यापारी यहां मौत का कुआं लगाते थे वर्तमान में वह दूसरे मेले में हैं। वहीं झूले वालों ने भी अब तक अपने झूले नहीं लगाये हैं।

आज रात फिर खुलेंगे टेंडर

कार्तिक मेले में पद्मिनी शृंगार मार्केट, फूड जोन और छोटे-बड़े झूलों की अधिकांश जगह रिक्त पड़ी है। नगर निगम द्वारा इसके लिए ऑनलाइन टेंडर बुलाये हैं जो आज रात खुलेंगे। फिलहाल व्यापारियों ने मेले की कुल दुकानों में से आधी दुकानें ही टेंडर प्रक्रिया से ली हैं, जबकि आधी से अधिक दुकानें आज तक खाली हैं।

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