जनवरी से लेकर जून तक विवाह के 48 शुभ मुहूर्त, गूंजेंगी खुशियों की शहनाइयां
अक्षरविश्व न्यूज उज्जैन। शुभ कार्यों पर एक माह से लगा खरमास का ब्रेक ४ दिन बाद समाप्त हो जाएगा। इसके बाद फिर से शहनाइयां गूंजेंगी और गृह प्रवेश, सगाई, मुंडन जैसे मंगल कार्यों की शुभ शुरुआत होगी। सनातन धर्म में यह मान्यता है कि खरमास के दौरान कोई भी शुभ कार्य नहीं किया जाता है इसलिए इस दौरान सभी मांगलिक कार्यों की मनाही होती है।
दरअसल, 15 दिसंबर से खरमास की शुरुआत हुई थी जिसके चलते विवाह समारोह एवं अन्य शुभ कार्यों पर एक माह का ब्रेक लग गया था। 14 जनवरी को इसका समापन होगा जिसके बाद 15 जनवरी से एक बार फिर विवाह समारोह के साथ शुभ कार्यों की शुरुआत हो जाएगी। जिन घरों में विवाह समारोह होने हैं उन्हें भी खरमास के खत्म होने का बेसब्री से इंतजार है।
वर्ष में दो बार आता है खरमास
ज्योतिषाचार्य पं. अजय कृष्ण शंकर व्यास ने बताया कि खरमास वर्ष में दो बार आता है। पहला जब सूर्य धनु राशि में होता है। दूसरा जब सूर्य मीन राशि में आता है। इस दौरान सूर्य का पूरा प्रभाव यानी तेज पृथ्वी के उत्तरी गोलाद्र्ध पर नहीं पड़ता। सूर्य की इस कमजोर स्थिति के कारण ही पृथ्वी पर इस दौरान मांगलिक और शुभ कार्य वर्जित माने जाते हैं। किसी भी नए काम की शुरुआत नहीं की जाती।
उत्तरायण से बड़े होने लगते हैं दिन
ज्योतिषाचार्य पं. व्यास ने बताया सूर्य जब पूर्व से उत्तर दिशा की ओर जाते हैं तो इसे उत्तरायण कहते हैं। उत्तरायण काल को देवताओं का दिन माना जाता है इसलिए इस दौरान शुभ कार्य किए जाते हैं। उत्तरायण काल में दिन बड़े होने लगते हैं जिससे व्यक्ति की कार्यक्षमता बढ़ती है।
इस माह में इतने मुहूर्त
जनवरी :-16, 17, 21, 22
फरवरी :- 7, 13, 18, 20, 21, 25
मार्च :- 5, 6
अप्रैल :- 14, 16, 18, 19, 21, 25, 26, 29, 30
मई :- 1, 5, 6, 7, 8, 9, 12, 13, 14, 15, 16, 17, 18, 22, 23, 24, 28
जून :- 1, 2, 3, 4, 5, 6, 7, 8, 9, 10