4 हेक्टेयर भूमि पर होगा वन क्षेत्र विकसित, प्रदूषण को बढऩे से रोकने के लिए पौधारोपण…

इंदौर टेक्सटाइल की जमीन ग्रीन बेल्ट की!
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उज्जैन।कभी कपड़ा मिल की जमीन रही को अब शहर का प्रदूषण रोकने के लिए उपयोग किया जाएगा। इंदौर टेक्सटाइल की जमीन के कुछ हिस्से को ग्रीन बेल्ट की श्रेणी में शामिल पर वन क्षेत्र विकसित किया जा रहा है। करीब चार हेक्टेयर भूमि पर बड़ी संख्या में औषधीय, फलदार और छायादार पौधों का रोपण होगा।
प्रदूषण को बढऩे से रोकने के लिए शहर में तीन वन बनेंगे। इसमें व्यापक स्तर पर पौधारोपण किया जाएगा। इस दिशा में वन विभाग के सहयोग से नगर निगम द्वारा इंदौर टेक्सटाइल की शासकीय जमीन (चामुंडा माता चौराहा) पर काम भी प्रारंभ कर दिया गया है।
शहर को वायु प्रदूषण से बचाने के लिए तीन वन बनाने की योजना निगम ने तैयार की है। चामुंडा माता चौराहा, सांची वन और शिप्रा नदी के किनारे वाले क्षेत्र में छोटे वन तैयार किए जाएंगे। वायु प्रदूषण को कम करने के लिए केंद्र सरकार ने 200 करोड़ की राशि प्रदेश सरकार को दी है। उज्जैन नगर निगम ने तीनों वनों के लिए आठ करोड़ की राशि मांगी है।
एक वर्ष पहले प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड के सीनियर साइंटिस्ट की टीम ने शहर की अबोहवा को लेकर चिंता बढ़ाने वाली रिपोर्ट दी थी।
इसमें उल्लेख किया था शहर के 11 क्षेत्रों में अत्यधिक प्रदूषण है, जिसे नियंत्रित किया जाना जरूरी है। वैज्ञानिकों की टीम ने बताया था कि इसे नियंत्रित करने के लिए ज्यादा से ज्यादा पौधे लगाए जाने की जरूरत है। इस के बाद नगर निगम ने तत्कालीन निगमायुक्त अंशुल गुप्ता के मार्गदर्शन में तीन क्षेत्रों में वन बनाने की योजना तैयार की है।
सवा लाख पौधे लगाने का लक्ष्य
वन योजना में करीब सवा लाख पौधे लगाए जाएंगे। इनमें औषधीय पौधों के साथ ही नीम, पीपल सहित अन्य पौधे लगाए जाएंगे। यह पौधे खराब न हो, इसके लिए तीनों वनों के आसपास तार फेंसिंग की जाएगी। निगम अफसरों ने में इस संबंध में भोपाल में प्रेजेंटेशन दिया था।
इसमें शहर में तीन क्षेत्रों को वनों के रूप में विकसित करने की योजना है। इन तीनों वनों में विभिन्न प्रकार के पौधे रोपने के साथ ही बड़ा करने की भी व्यवस्था रहेगी। पर्यावरण को कोई नुकसान ना पहुंचे, इसके लिए कांक्रीट वाला निर्माण भी नहीं किया जाएगा। करीब 1.89 करोड़ की लागत से चामुंडा माता चौराहा पर वन विकसित करने का काम प्रारंभ किया गया है।
कच्चा रोड और अंडरग्राउंड लाइन बिछेगी
इंदौर टेक्सटाइल की शासकीय जमीन है। कुछ हिस्से को ग्रीन बेल्ट में शामिल किया जा रहा है। इसकी कुछ प्रोसेस शेष है। तीनों वनों में सबसे अहम होगा कि यहां कंस्ट्रक्शन नहीं किया जाएगा।
रास्ते कच्चे होंगे वहीं चारों तरफ बाउंड्रीवाल की जगह फेंसिंग की जाएगी। इसके अलावा अंडरग्राउंड पाइपलाइन डाली जाएगी, जिससे पौधों को पर्याप्त मात्रा में पानी मिल सके। चामुंडा माता के पास 4 हेक्टेयर, सांची वन में 25 हेक्टेयर और शिप्रा किनारे 5 किलोमीटर क्षेत्रफल में 10 हेक्टेयर में वनों को विकसित किया जाएगा। मुकेश टटवाल, महापौर









