आपकी ये गलत आदतें बिगाड़ सकती हैं आपका करियर

By AV NEWS

बात-बात पर रोना

कुछ लोग हर बात पर रोते रहते हैं. उन्हें लगता है कि ऑफ़िस के सारे काम का प्रेशर उन पर ही है और छोटी-सी नई जिममेदारी मिलने पर उनका रोना शुरू हो जाता है. ऐसा करने से ऑफिस में आपकी इमेज खराब हो सकती है और इसका असर आपके प्रमोशन पर भी पड़ सकता है.

हाईजीन का ध्यान न रखना

कुछ लोग ऑफ़िस में हाईजीन का ज़रा भी ख़्याल नहीं रखते. टॉयलेट हो या मीटिंग रूम, वो किसी भी जगह सफ़ाई नहीं रखते. इससे उनकी इमेज खराब होती है और तरक्की के मौके भी हाथ से चले जाते हैं.

ईमेल एटीकेट

कुछ लोग ऑफ़िशियल ईमेल भेजते समय भी एसएमएस वाली भाषा का इस्तेमाल करते हैं, साथ ही कुछ लोग स्पेलिंग ग़लत होने पर भी उसे नज़रअंदाज़ कर देते हैं. ऐसे लोगों का क्लाइंट पर अच्छा इंप्रेशन नहीं पड़ता, जिससे उनके तरक्की के दरवाज़ें बंद होने लगते हैं और वे कई अच्छे मौके हाथ से गंवा देते हैं.

गॉसिप करना

ऑफ़िस में गॉसिप करने वाले लोगों को भी कोई पसंद नहीं करता. ऐसे लोग पर्सनल और प्रोफेशनल लाइफ़ में फ़र्क़ करना नहीं जानता और कई बार मुसीबत में भी फंस जाते हैं. अतः ऑफ़िस गॉसिप या ऑफ़िस में पर्सनल बातें शेयर करने से बचें.

टाइमपास करना

कुछ लोग ऑफ़िस में टाइमपास करने के लिए मशहूर होते हैं. काम को टालना और टाइमपास करना इनकी फितरत होती है. ऐसे लोग अपना समय तो बर्बाद करते ही हैं, दूसरों के साथ बैठकर उन्हें भी काम नहीं करने देते.

टाइम मैनेजमेंट

कुछ लोग टाइम का महत्व नहीं समझते और ऑफ़िस में हमेशा देर से पहुंचते हैं. फिर उनकी देखादेखी में और लोग भी ऐसा करने लगते हैं. अतः ऑफ़िस में हमेशा टाइम से पहुंचे और ऑफ़िस टाइम को बेकार की बातों या गॉसिप में जाया न करें.

डबल मीनिंग वाली बातें करना

कुछ लोग ऑफ़िस में बात-बात पर नॉनवेज जोक या डबल मीनिंग वाली बातें करते रहते हैं. उनके लिए ये एंटरटेनमेंट का माध्यम होता है, लेकिन कई बार दूसरे लोगों को उनकी बातें पसंद नहीं आतीं. अतः ऑफ़िस में भद्दे जोक्स या डबल मीनिंग बातें न करें.

ऑफिस की बुराई करना

बात-बात पर कंपनी और बॉस की बुराई करने वाले लोगों की भी कमी नहीं होते. ऐसे लोग ख़ुद तो ऑफ़िस की बुराई करते ही है, दूसरों को भी इसके लिए उकसाते हैं. यदि आपको ऑफ़िस पसंद नहीं, तो कहीं और ट्राई कीजिए, लेकिन बात-बात पर ऑफ़िस की बुराई न करें. इससे आपकी इमेज पर बुरा प्रभाव पड़ सकता है.

पर्सनल सवाल पूछना

कुछ लोग अपने कलीग की हर बात जानने को आतुर रहते हैं और उसकी हर गतिविधि पर नज़र रखते हैं. ये लोग पर्सनल सवाल भी खोद-खोदकर पूछते हैं. ऐसे लोगों से अन्य सहकर्मी दूर रहना ही पसंद करते हैं इसलिए ऐसी हरकत से बचें.

ऑफिस में सोशल नेटवर्किंग साइट्स का प्रयोग

कुछ लोगों को इंटरनेट एडिक्शन होता है, जिसके चलते वो ऑफ़िस टाइम में भी फेसबुक, ट्विटर जैसी सोशल नेटवर्किंग साइट्स का प्रयोग करते रहते हैं. इससे उनके परफ़ॉर्मेंस पर असर पड़ता है और उनकी इमेज भी ख़राब होती है.

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