31 मार्च को हो जाएगा हैंडओवर-टेक ओवर
उज्जैन।सीएचएल मेडिकल सेंटर बिक गया है। इसका सौदा करोड़ो रूपयो में हुआ है। उज्जैन चेरीटेबल ट्रस्ट एण्ड हॉस्पिटल प्रबंधन ने इसे खरीद लिया है। ट्रस्ट के निकटवर्ती सूत्रों के अनुसार डॉ.वी.के.महाडिक द्वारा स्टॉफ की दो बार बैठक भी ली जा चुकी है। उन्होने बैठक में कहा है कि 31 मार्च को हैण्ड ओवर-टेक ओवर होने के बाद 1 अप्रैल से इसे उज्जैन चेरीटेबल ट्रस्ट द्वारा संचालित किया जाएगा। अभी यह तय नहीं किया गया है कि इस हॉस्पिटल का नया नाम क्या होगा? क्योंकि सीएचएल ग्रुप ने अपना नाम उपयोग करने की अनुमति देने से इंकार कर दिया है।इधर ट्रस्ट द्वारा इसे खरीदे जाने के बाद से ही सीएचएल मेडिकल सेंटर के वर्तमान स्टॉफ के बीच हलचल है।
यह चर्चा जोरों पर है कि स्टॉफ के पास ट्रस्ट द्वारा संचालित आरडी गार्डी मेडिकल कॉलेज एवं चेरीटेबल ट्रस्ट के स्टॉफ से जो फिडबेक मिले हैं,वे अच्छे नहीं है। आनेवाले दिनों में यहां का स्टॉफ नौकरी छोड़कर दूसरी जगह जाने के मूड़ में दिखाई दे रहा है। वहीं वर्तमान स्टॉफ के अनुसार डॉ.महाडिक ने बैठक ली थी। उन्होंने कहाकि वे इस हॉस्पिटल की वर्तमान में संचालित किसी भी गतिविधि में हस्तक्षेप नहीं करेंगे तथा आज जैसा चल रहा है, वैसा ही कामकाज चलता रहेगा। इसके बाद भी इंदौर से आने वाले डॉक्टर्स का कहना है कि हमें सीएचएल, इंदौर ने भेजा था। उनके साथ जो अनुबंध हुआ था,यदि वही जारी रहता है तो सोचा जा सकता है। यदि उसमें हस्तक्षेप करके कमी की गई तो संभव है कि वे अनुबंध से बाहर आकर यहां काम करना छोड़ दें। इस बात पर 1 अप्रेल से कामकाज शुरू करनेवाला प्रबंधन भी गंभीरता से सोच रहा है।
प्रायवेट हॉस्पिटल्स प्रबंधकों के चेहरों पर तनाव
इधर यह चर्चा भी जोरों पर है कि डॉ.महाडिक के पास आने के बाद यह हॉस्पिटल तेजी से ग्रोथ करेगा,जिसका असर शहर के कुछ मोनोपालीवाले निजी हॉस्पिटलों पर सीधे रूप में पड़ेगा और वे उतनी कम दर पर काम नहीं कर पाएंगे। जितनी दर पर 1 अप्रैल से नया प्रबंधन काम करेगा। सूत्र बताते हैं कि आने वाला प्रबंधन इस हॉस्पिटल को दौड़ में सबसे आगे रखने के लिए जहां भर्ती से लेकर ओपीडी तक,ऑपरेशन से लेकर डिलेव्हरी तक के रेट गिराएगा,वहीं यह संदेश भी देगा कि यह गरीबों का हॉस्पिटल है। ऐसे में अभी मनमाने दाम ले रहे नये शहर के कतिपय प्रायवेट हॉस्पिटल्स के संचालक,स्वयं को काम्पीटिशन में नहीं रख पाएंगे।
नया नाम क्या होगा, 1 अप्रैल को ही पता चलेगा
ज्ञात रहे सीएचएल ओपोलो ग्रुप ने उज्जैन में सीएचएल मेडिकल सेँटर प्रारंभ किया था। बाद में अपोलो ग्रुप बाहर हो गया और सीएचएल ग्रुप के पास संचालन आ गया,जोकि इंदौर से जारी था। अब सीएचएल,इंदौर से भी यह इकाई मुक्त हो गई है। 1 अप्रैल से हॉस्पिटल का नया नाम क्या होगा,इसे लेकर फिलहाल सस्पेंस है।