उज्जैन। विक्रम विश्वविद्यालय के समाजशास्त्र एवं समाजकार्य अध्ययनशाला में शुक्रवार को दिव्यांगजनों के सशक्तिकरण में समाजकार्य व्यवसाय की भूमिका विषय पर कार्यक्रम संपन्न हुआ। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में डॉ. शकुतला मिश्रा,राष्ट्रीय पुनर्वास विश्व विद्यालय लखनऊ के सहायक प्राध्यापक डॉ. रूपेशकुमार सिंह उपस्थित रहे। अध्यक्षता विभागाध्यक्ष डॉ. ज्योति उपाध्याय ने की। विषय के बारे में स्पष्ट करते हुए इन्होंने बताया कि दिव्यांगजन अधिकार अधिनियम 2016 के अंतर्गत नि:शक्तता के 21 प्रकार शामिल किए गए जो इस दिशा में कार्य करने के लिए बेहतर स्थिति प्रदान करते हैं। साथ ही साथ उन्होंने बताया कि समाजकार्य व्यवसाय अपने प्रादुर्भाव के काल से ही परिवर्तित रूप में अपनी स्थिति समाज अनुरूप स्थापित करता रहा है। संचालन डॉ. मनु गौरहा द्वारा किया गया एवं अंत में आभार डॉ. उत्तम मीणा द्वारा किया गया। कार्यक्रम में डॉ. तापस कुमार दलपति, डॉ. मनीषा, डॉ. शशांक ठाकुर, डॉ. बीएल जोशी एवं विभाग के शोधार्थी एवं अन्य विद्यार्थी उपस्थित रहे।