नोटिस थमाया लेकिन शिकायतकर्ता को पैसे मिले है या नहीं प्रशासन ने जानकारी नहीं ली
उज्जैन। गुरुनानक हॉस्पिटल में शासन द्वारा तय की कई दरों का पालन नहीं हो रहा है। वहीं भर्ती मरीजों से इलाज के नाम पर हजारों रुपए ज्यादा वसूले जा रहे है। कुछ कोरोना मरीजों ने शिकायत कर इस बात का खुलासा किया। इसके बाद प्रशासन ने अस्पताल संचालक को नोटिस जारी कर भर्ती मरीजों के परिजनों को लिया गया ज्यादा पैसा लौटाने की बात कही। लेकिन उन्हें पैसा मिला है या नहीं इस बात की कोई जानकारी नहीं ली।
अक्षरविश्व ने पड़ताल कर विवेकानंद निवासी महेंद्र कक्कड़ से बात की तो उन्होंने बताया कि गुरुनानक हॉस्पिटल ने मेरे इलाज के दौरान सरकार द्वारा तय रेट से 31000 रु ज्यादा लिए थे, जो अस्पताल प्रबंधक द्वारा मुझे आज तक नहीं लौटाए गए है। इस बारे में उन्होंने उज्जैन कलेक्टर आशीष सिंह सहित निगमायुक्त क्षितिज सिंघल को भी अवगत कराया है। लेकिन अभी तक किसी ने भी आगे रहकर कोई जानकारी नहीं ली।
गुरुनानक हॉस्पिटल की 3 से ज्यादा शिकायतें
शहर के अन्य निजी अस्पतालों की तुलना में गुरु नानक हॉस्पिटल एक मात्र ऐसा हॉस्पिटल है, जिसकी अब तक 3 से ज्यादा शिकायतें जिला प्रशासन तक पहुंच चुकी है, सभी शिकायतें शासन द्वारा तय दरों से अधिक राशि वसूलने के सम्बंध में है। वहीं जिला प्रशासन द्वारा दिए गए नोटिस का असर भी अस्पताल संचालक पर कम ही देखने को मिल रहा है, बावजूद कार्रवाई नहीं की जा रही है।
फाइनल बिल में जोड़ रहे अधिक राशि
जब अक्षरविश्व ने इस बात की पड़ताल की तो पता चला कि गुरुनानक अस्पताल में भर्ती के दौरान मरीज व परिजन को मौखिक रूप से बेड चार्ज की जानकारी तो दी जा रही है, लेकिन बिल मांगने पर बिल के साथ जानकारी देने की बात की जा रही है। जबकि परिजनों से राशि रोज जमा करवाई जा रही है।