सजग रहें उज्जैनवासी, कोरोना खत्म नहीं हुआ

फिर बढ़े माधवनगर में मरीज, आरडीगार्डी मे भी आ रहे मरीज
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अब रिपोर्ट निगेटिव आ रही, लेकिन लक्षण के कारण हो रहा उपचार
उज्जैन।शहर में कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या लगातार कम होती जा रही है। लेकिन पोस्ट कोविड, होम क्वारेंटाइन मरीज तथा कोविड सेंटर्स पर भर्ती मरीजों को गंभीर होने पर माधवनगर में भेजे जाने का क्रम जारी है। आज सुबह 11 बजे तक माधवनगर में 122 कोविड मरीज भर्ती थे। इनमें से 39 मरीज जोकि आयसीयू में हैं, गंभीर हैं।
माधवनगर के प्रभारी डॉ.विक्रम रघुवंशी के अनुसार कल पॉजिटिव की संख्या कम रही, लेकिन तहसीलों से, कोविड सेंटर से, अन्य हॉस्पिटल से, इंदौर से मरीज भर्ती होने आए और संख्या 122 तक पहुंच गई। इनमें से 39 मरीज आयसीयू में है, जोकि गंभीर हैं। ऐसे में शहरवासियों को सावधान होना पड़ेगा कि अनलॉक की प्रक्रिया शुरू होने के बाद लापरवाहियां शुरू न कर दें। डॉ.रघुवंशी के अनुसार अभी जितने मरीज ट्रेस हो रहे हैं,सभी सिम्प्टोमेटिक हैं। याने जिनमें शरीर पर लक्षण उभरकर आ रहे हैं। अर्थात् इन्होने किसी न किसी को तो संक्रमित किया ही होगा। यदि वह हर्ड इम्युनिटी पर है तो ठीक वरना 15 दिन के भीतर उसे आना ही है भर्ती होने।
तीन दिन में 26 मौते, 39 आईसीयू में गंभीर
डॉ.रघुवंशी के अनुसार 26 से 28 मई तक तीन दिन में शा.माधवनगर में 26 मौतें हुई। अभी 39 मरीज जोकि आईसीयू में हैं, गंभीर हैं। इसलिए मौतों का सिलसिला अभी थमेगा नहीं। कारण बताया कि 50 प्रतिशत से अधिक मरीज ऐसे हैं जिनको एक माह से ऑक्सीजन लगातार लग रही है। ऑक्सीजन देने से भी फेफड़े कमजोर हो जाते हैं। ऐसे मरीज हैं जिनको लकवा हो गया है, हार्ट की बीमारी है, किडनी-लीवर में संक्रमण हैं, शुगर अधिक बढ़ी हुई है।
आरडी गार्डी में आंशिक राहत
आरडी गार्डी मेडिकल कॉलेज में तीन दिन पहले तक कोविड मरीजों ंकी संख्या 200 से उपर थी, शनिवार सुबह 10 बजे तक 166 मरीज यहां भर्ती थे। नोडल अधिकारी डॉ.सुधाकर वैद्य के अनुसार जिन 166 मरीजों का उपचार चल रहा है,उनमें ग्रामीण क्षेत्रों के अधिक है। वहां भले ही अब कम पॉजिटिव आ रहे हैं, लेकिन अभी ग्रामीण क्षेत्रों में ही ध्यान देने की आवश्यकता है। कारण बताया कि अभी ग्रामीण क्षेत्रों में लोग हर्ड शहरों की तरह हर्ड इम्युनिटी पर नहीं
आए हैं।