उज्जैन:फ्री फॉर ऑल होते कृषि मंडी में लौटी रौनक

By AV NEWS

फसल लेकर पहुंचे सैकड़ों किसान, शाम तक 20 हजार बोरी उपज आने की संभावना

उज्जैन। कोरोना कफ्र्यू की वजह से दो माह पहले कृषि उपज मंडी में व्यापार बंद कर दिया गया था। अनलॉक प्रक्रिया शुरू होने के बाद मंडी में किसानों को एसएमएस प्रणाली से उपज बेचने की अनुमति दी गई जिसे बदलकर अब फ्री फॉर ऑल कर दिया गया है। मार्च, अप्रैल और मई माह में गेहूं की फसल लगभग पूरी तरह मंडी में किसानों द्वारा बेच दी जाती है, लेकिन इस वर्ष कोरोना कफ्र्यू लागू होने के कारण पिछले दो माह से मंडी बंद थी और किसान अपनी उपज नहीं बेच पाये थे।

मानसून सीजन सिर पर है और किसानों को खाद, बीज आदि के लिये रुपयों की आवश्यकता भी है। इसे दृष्टिगत रखते हुए प्रशासन द्वारा किसानों को कोरोना गाइड लाइन के अनुसार एसएमएस भेजकर उपज बेचने मंडी बुलाया जा रहा था। पिछले दिनों हुई क्राइसिस कमेटी की बैठक में इस निर्णय में बदलाव करते हुए फ्री फॉर ऑल सिस्टम लागू कर दिया गया। सुबह जिले भर के विभिन्न गांवों से सैकड़ों की संख्या में किसान ट्रेक्टर ट्रालियों में गेहूं, सोयाबीन, चने आदि फसल चिमनगंज मंडी लेकर पहुंचे। स्थिति यह हो गई कि मंडी में नीलामी शेड के चबूतरे पूरी तरह ट्रालियों से भर चुके थे अनेक किसान मंडी के खुले स्थानों पर अपने ट्रेक्टर लेकर खड़े थे।

अगली फसल के लिए रुपयों की जरूरत

दो माह से कोरोना कफ्र्यू के कारण गेहूं घर पर रखे थे। मंडी बंद होने के कारण बेच नहीं पाये। अब मंडी खुली है। अगली फसल के लिये रुपयों की जरूरत है। ऐसे में गेहूं बेचने मंडी आये हैं।-रूस्तम सिंह निवासी नाहरिया

पिछले सीजन की सोयाबीन घर में रखी थी। लॉकडाऊन की वजह से बेच नहीं पाये। अभी 7000 रुपये का रेट चल रहा है। 25 क्विंटल सोयाबीन ट्राली में भरकर बेचने आये हैं।-टीकम सिंह, निवासी रूपाहेड़ा

गेहूं-चने की बंपर आवक, गेहूं के भाव 1800 से 2000 रु.
मंडी में फ्री फॉर ऑल सिस्टम लागू होने के बाद किसान वैसे तो सभी प्रकार की उपज लेकर आ रहे हैं लेकिन अधिक मात्रा में गेहूं व चने की आवक हो रही है। सुबह मंडी खुलने के बाद गेहूं के भाव 1800 से 2000 रुपये तो चने के 2000 से 2100 रुपये प्रति क्विंटल रहे।

इनका कहना
क्राइसिस कमेटी की मीटिंग में हुए निर्णय के अनुसार मंडी में फ्री फॉर ऑल सिस्टम लागू किया गया है। जिले भर के सैकड़ों किसान उपज बेचने आये हैं। शाम तक 20 हजार बोरी सभी उपज की खरीदी होने की संभावना है।
अश्विन सिन्हा, मंडी सचिव

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