उज्जैन:दुग्ध संघ से रिटायर्ड वृद्ध ने पुलिस के सामने गलती कबूली : स्वयं को बता रहा था सीवीसी सदस्य, बोला-

अकेलेपन से परेशान था, सोचा बड़े अधिकारियों से मिलूं रूतबा बढ़ेगा
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उज्जैन।दुग्ध संघ से रिटायर्ड वृद्ध ने दो दिन पहले संभागायुक्त, एडीजी कार्यालय में ई मेल कर स्वयं को सीवीसी सदस्य बताया और मुलाकात करने भी पहुंच गया। 15 जून को वृद्ध ने संभागायुक्त से मुलाकात की जहां कलेक्टर भी मौजूद थे। 16 जून को वह एडीजी कार्यालय पहुंचा जहां कर्मचारियों ने शंका होने पर उसे माधव नगर पुलिस के सुपुर्द किया। पुलिस को वृद्ध ने बताया कि घर में अकेला था। सोचा बड़े अधिकारियों से मुलाकात करूंगा तो रूतबा बढ़ेगा इसलिये गलती कर बैठा।
माधव नगर टीआई मनीष लोधा ने बताया कि एक वृद्ध स्वयं को केन्द्रीय सतर्कता आयोग का सदस्य बताकर अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक कार्यालय से सोहरत हासिल करने के उद्देश्य से पहुंचे व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया है। लोधा के अनुसार उक्त व्यक्ति एडीजी से मिलना चाह रहा था। थाने लाकर पूछताछ करने पर उसने अपना नाम प्रमोद कुमार मेहता पिता विद्यानंद मेहता 65 वर्ष निवासी ऋषि नगर मेनरोड़ बताया और कहा कि मैं केन्द्रीय सतर्कता आयोग का सदस्य हूं। वृद्ध प्रमोद मेहता से पुलिस ने आयोग के कार्यालय व अन्य जानकारी मांगी तो उसने सच बोलना शुरू किया और कहा कि मैं दुग्ध संघ से रिटायर्ड हूं। तीन बेटियां हैं जिनकी बेंगलोर, दुबई और नोएडा में शादी हो चुकी है। पत्नी की मृत्यु के बाद घर में अकेला महसूस कर रहा था।
30 मई को बेंगलोर से उज्जैन लौटा और सोचा कि बड़े अधिकारियों से मुलाकात करेंगे तो रूतबा बढ़ेगा। इसी मकसद से 15 जून को संभागायुक्त संदीप यादव से मुलाकात करने पहुंचा। यहां कलेक्टर आशीष सिंह भी मौजूद थे। दूसरे दिन एडीजी योगेश देशमुख से मिलने उनके कार्यालय अपनी कार से पहुंच गया, लेकिन यहां कर्मचारियों को शंका हो गई और उन्होंने पुलिस के सुपुर्द कर दिया।
ईमेल आईडी से अफसरों को किया था मेल
टीआई लोधा के अनुसार प्रमोद मेहता द्वारा मोबाईल एवं ईमेल आईडी से 15 जून को संभागायुक्त एवं 16 जून को आईजी उज्जैन को ईमेल कर अपना पदनाम सीवीसी का सदस्य होना बताकर मेल किया गया था। जिसकी कॉपी पीएमओ, एनएसए, कैबिनेट सेक्रेटरी गर्वमेंट ऑफ इंडिया को भी प्रेषित की गई थी। मेहता के विरूद्ध धारा 170, 419, 511 के तहत प्रकरण दर्ज कर नोटिस देकर छोड़ा गया है।