उज्जैन : फर्जी हेल्पलाइन नंबरों से हो रहे लोगों के बैंक खाते साफ

गूगल पर नंबर सर्च करने से पहले 10 बार कंफर्म करें

Thank you for reading this post, don't forget to subscribe!

advertisement

दो माह में आधा दर्जन से अधिक ठगाये, सायबर सेल खाली हाथ

उज्जैन। किसी भी प्रकार की जानकारी, बुकिंग, सूचना, शिकायत के लिये आजकल लोग गूगल पर सर्च कर फोन नंबर निकालते हैं। अनेक मामलों में गूगल पर ऐसे फर्जी नंबर हैं। जिन्हें लगाते ही लोगों के खातों से रुपये निकल रहे हैं। दो माह में ऐसी आधा दर्जन से अधिक शिकायतें पुलिस के पास पहुंची, लेकिन पुलिस अब तक किसी भी गिरोह को पकड़ नहीं पाई है।

advertisement

इस तरह लोगों के साथ हुई वारदातें

1.धर्मेन्द्र पिता लालचंद रायकवार निवासी बियाबानी चौराहा सब्जी की दुकान लगाता है। उसने दुकान पर पेटीएम मशीन लेनदेन के लिये रखी है। मशीन से भुगतान प्राप्त की आवाज आना बंद हुई तो धर्मेन्द्र ने गूगल पर पेटीएम हेल्पलाइन नंबर सर्च किया और हेल्पलाइन पर फोन अटेंडर ने मोबाइल में टीम वीवर क्विक सपोर्ट एप डाउनलोड करने को कहा साथ ही लिंक पर 10 रुपये भुगतान करते ही उसके खाते से तीन बार में 70 हजार रूपये निकल गये।

advertisement

2.स्नेह लता पंवार मक्सीरोड एमपीईबी में लाइन अटेंडर हैं। उन्होंने एक्सीस बैंक का क्रेडिट कार्ड लिया जिसमें नेट बैंकिंग एक्टिवेट किया। उनसे मोबाइल पर बैंक अधिकारी शुभम गुप्ता बनकर एक व्यक्ति ने बात की और कहा कि आपका क्रेडिट कार्ड पूरी तरह से एक्टिव नहीं हुआ है। उनसे कार्ड की डिटेल व ओटीपी पूछकर उक्त व्यक्ति ने 71 हजार रुपये खाते से निकाल लिये।

3.अशोक पटेल निवासी शिवांश वैली रेती व्यापारी है। उनके दोस्त अमरीउद्दीन ने एक सौदा कर भुगतान अशोक पटेल को करने के लिये कहा। पटेल के पास एक व्यक्ति का फोन आया। उसने स्वयं को सैनिक बताया और कहा भुगतान हेडक्वाटर से होगा। व्हाटऐप पर बारकोड भेजा और स्कैन कर 1 लाख 30 हजार रुपये डालने को कहा व बताया कि यह राशि रिफंड हो जायेगी। पटेल ने चार बार में उक्त राशि भेज दी लेकिन रुपये रिफंड नहीं हुए।

4.संजय 31 वर्ष निवासी ग्राम सोंडा इंदौर रोड स्थित प्रायवेट अस्पताल की पेथालॉजी में काम करता है। उसके पास एक व्यक्ति का फोन आया जिसने स्वयं को सेना का अधिकारी बताया और कहा कि आईटीआई कॉलेज में जवानों का कैंप लगा है। जवानों को विभिन्न जांच कराना है। संजय ने प्रति व्यक्ति 2900 रुपये शुल्क बताया। 36 जवानों की जांच के 40 प्रतिशत रुपये एडवांस देने का झांसा देकर क्रेडिट कार्ड नंबर व फोन पे एड कराया व 100 रूपये भेजे। जिन्हें रिसीव करने के कुछ देर बाद बदमाश ने संजय के खाते से 20 हजार रुपये निकाल लिये।

5.देसाई नगर में रहने वाली युवती को जियो कंपनी की ओर से पांच लाख रुपये व मोटर सायकल खुलने का झांसा देकर एक बदमाश ने खाते में ऑनलाइन 36 हजार रूपये डलवाये साथ ही टैक्स व कागजात वैरिफकेशन का झांसा देकर मोबाइल बंद कर लिया। युवती ने माधव नगर थाने में शिकायती आवेदन दिया था।

6.मधुरम शर्मा निवासी विद्या नगर ने वेबसाइड पर नौकरी के लिये रजिस्ट्रेशन कराया। उसके पास 23 जून को युवती का फोन आया। कागजात वैरिफिकेशन के नाम पर 6000 रुपये जमा करवा लिये। इंटरव्यू के नाम पर 3300 रूपये ऑनलाइन जमा कराए उसके बाद फोन बंद कर लिया। इसकी शिकायत माधव नगर थाने में दर्ज कराई गई थी।

क्या कहते हैं सायबर सेल प्रभारी

बैंक मैनेजर, हेल्पलाइन नंबर, नौकरी, क्रेडिट कार्ड चालू कराने जैसे झांसे देकर लोगों के साथ लगातार सायबर ठगी हो रही है। इस संबंध में सायबर सेल प्रभारी प्रतीक यादव का कहना है कि इंटरनेट का उपयोग करने वाले लोगों को स्वयं भी जागरूक होना पड़ेगा, क्योंकि ठगों द्वारा आये दिन नये नये तरीके अपनाये जाते हैं। सायबर ठगी देश-विदेश में बैठे लोग कहीं से किसी के साथ कर सकते हैं। इससे बचने के लिये सतर्कता ही एकमात्र उपाय है। पुलिस द्वारा समय-समय पर सोशल मीडिया माध्यम से एडवायजरी जारी करती है, साथ ही सुराग मिलने पर ठगों को गिरफ्तार भी किया जाता है।

Related Articles

close