PM मोदी ने कूनो नेशनल पार्क में चीतों को छोड़ा

देश में सात दशक बाद आज से फिर चीता युग की शुरुआत हो गई है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने चीतों को कूनो अभयारण्य के क्वारंटाइन बाड़े में छोड़ दिया है।

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इसके पहले इन्हें नामीबिया से विशेष विमान से ग्वालियर लाया गया था और वहां से चीनूक हेलिकाप्टर के द्वारा कूनो पहुंचाया गया।

75 साल पहले वर्ष 1947 में देश में आखिरी बार चीता देखा गया था। छत्तीसगढ़ में कोरिया के महाराजा ने तीन चीता शावकों का एक साथ शिकार किया था। वर्ष 1952 में भारत सरकार ने चीतों को विलुप्त घोषित कर दिया था। इसके बाद आज देश में फिर से चीतों की वापसी हुई है।

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने समाचार एजेंसी एएनआई से बात करते हुए कहा, “उनके जन्मदिन पर, मध्य प्रदेश के लिए इससे बड़ा उपहार नहीं हो सकता है।” “चीता विलुप्त हो गया था। यह इस सदी में वन्यजीवों के लिए सबसे उल्लेखनीय उपलब्धि है।

इससे पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा। हम राज्य की ओर से पीएम मोदी को धन्यवाद देते हैं।” आठ चीतों में से पांच महिलाएं हैं, जिनकी उम्र 2 से 5 साल के बीच है, और तीन पुरुष 4.5 से 5.5 साल के बीच के हैं।

शनिवार सुबह करीब 7:55 बजे एक बोइंग 747-400 विमान के ग्वालियर में उतरने के बाद बड़ी बिल्लियों को वायु सेना के हेलिकॉप्टरों पर राष्ट्रीय उद्यान ले जाया गया।

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