विक्रम विवि कार्यपरिषद की बैठक 3 नंव. को
उज्जैन। विक्रम विश्वविद्यालय की नैक ग्रेड को लेकर विवि प्रबंधन भले कोई दावा करें, लेकिन ग्रेड में गिरावट को लेकर बवाल शांत होता नजर नहीं आ रहा है। विक्रम विवि कार्यपरिषद 3 नवंबर को है और इसमें विवि की स्थिति पर सदस्य सवाल उठा सकते है। ऐसे में हंगामे की आशंका व्यक्त की जा रही है।
नैक मूल्याकंन के बाद विक्रम विश्वविद्यालय को मिली बी ++ ग्रेड को लेकर कार्य परिषद के सदस्य भी संतुष्ट नहीं हैं। सदस्य का कहना है कि विश्वविद्यालय को जो ग्रेड मिली है, वह चिंता का विषय है। इसकी समीक्षा होना चाहिए। विश्वविद्यालय में कार्यपरिषद बैठक 3 नवंबर को दोपहर 12 बजे से आयोजित होगी। सूत्रों के मुताबिक विक्रम विश्वविद्यालय को नैक से बी ++ ग्रेड मिलने के बाद पहली बार होने वाली कार्यपरिषद की बैठक हंगामेदार हो सकती है। कारण है कि सभी सदस्यों की उम्मीद थी कि नैक मूल्यांकन के बाद अच्छी ग्रेड मिलेगी।
परिणाम उसके उलटा हुआ। जाहिर है पहले से ही नाराज सदस्यों की नैक ग्रेड को लेकर भी नाराजगी सामने आने लगी है। हालांकि बैठक के एजेंडे में पुराने बिंदू ही रखे गए हैं, जिन पर पूर्व की बैठकों में निर्णय नहीं हो सके थे। बता दें कि पहले हुई बैठक के दौरान कार्यपरिषद सदस्यों ने विश्वविद्यालय प्रशासन से 10 बिंदूओं पर जानकारी मांगी थी। इसके लिए सात दिनों में जानकारी देने का भरोसा दिलाया था, लेकिन डेढ़ महीने बाद भी जानकारी नहीं देने से सभी सदस्य प्रशासन के रवैये से नाराज है, जिसके कारण पूर्व में भी हुई बैठकों में कोई निर्णय नही हो सके हैं। उम्मीद इस बार भी कम ही दिखाई दे रही है।
सदस्य ने उठाए सवाल
विक्रम विश्वविद्यालय की ग्रेड कम होने के मामाले में कार्यपरिषद सदस्य सचिन दवे का कहना है कि भारी भरकम खर्च होने और लंबे समय से तैयारी, कागजी कार्रवाई की पूर्ति करने के बावजूद कमी कैसे रह गई, जो विवि ‘एÓ से बी ++ ग्रेड पर आ गया। नैक से विवि को बी ++ ग्रेड मिलना चिंता का विषय है। इसकी समीक्षा आवश्यक है। विश्वविद्यालय प्रशासन की क्या कमी है, अध्यापकों की कहां कमी रही, यह देखते हुए कार्य परिषद की विशेष बैठक में समीक्षा की जाएगी। ग्रेड सुधार में रिव्यू के लिए जो समय दिया है, उसमें क्या-क्या सुधार हो सकते हंै इसके प्रयास किए जाएंगे।