सर्दी के मौसम में नवजात शिशुओं को विशेष देखरेख की आवश्यकता होती है. थोड़ी सी लापरवाही आपसे आपकी खुशियां छीन सकती है.
सर्दियों में ठंड से बचने के लिए लोग तरह-तरह के उपाय करते हैं. बड़े, बुजुर्ग, बच्चे सभी सर्दियों में धूप में बैठते हैं. कहा जाता है धूप से स्किन काली या खराब हो जाती है और इससे कई तरह की स्वास्थ्य समस्याएं होती हैं. लेकिन, ये बात पूरी सच नहीं है. धूप से सेहत को कई फायदे मिलते हैं. विशेषकर बच्चों और नवजात शिशु के लिए धूप लाभकारी होती है.
नवजात शिशु के पैदा होने के करीब 18 से 20 दिन के बाद उसे धूप में बैठना चाहिए. शोध में यह खुलासा हुआ कि गर्भवती महिलाओं में विटामिन डी की कमी का असर नवजात शिशुओं में देखने को मिलता है.
इससे बच्चों की हड्डियां कमजोर हो जाती हैं. इसे दूर करने के लिए जन्म के 5 से 15 दिन बाद सर्दी में नियमित रूप से शिशु को 15 से 20 मिनट धूप में जरूर ले जाना चाहिए.
नवजात शिशु के लिए सर्दियों की धूप फायदेमंद मानी जाती है। धूप से गरमाहट नहीं बल्कि शरीर को कई फायदे भी मिलते हैं।
हालांकि कई लोगों को लगता है कि धूप में शिशु को लेकर जाने से उसकी तबीयत बिगड़ सकती है। जबकि ऐसा नहीं है। कुछ सावधानियों के साथ शिशु को धूप में ले जाएंगे, तो उसका शरीर स्वस्थ्य रह सकता है। इस लेख में हम नवजात शिशु के लिए सर्दियों की धूप के फायदे जानेंगे।
नवजात शिशु के लिए क्यों जरूरी है सर्दियों वाली धूप?
नवजात शिशु के लिए सर्दियों की धूप बेहद फायदेमंद होती है। शरीर में धूप लगने से बीमारी और संक्रमण से बचाव होता है। धूप की गर्मी से शरीर में ऊर्जा रहती है। शिशु को सुबह 9 से 11 के बीच धूप में लेकर जा सकते हैं। शिशु को दोपहर की तेज धूप में लेकर जाने से बचें। शिशु के लिए 15 से 30 मिनट काफी होते हैं। इससे ज्यादा समय के लिए शिशु को धूप लेकर न जाएं। जानते हैं शिशु के लिए सर्दियों की धूप के फायदे-
हड्डियों के लिए फायदेमंद है सर्दियों की धूप
नवजात शिशु को थोड़ी देर धूप में लेकर जाना उनकी हड्डियां के लिए फायदेमंद होता है। धूप से शरीर को विटामिन डी मिलता है। विटामिन डी की मदद से शरीर में कैल्शियम को अवशोषित करने में मदद मिलती है। समय से पूर्व जन्मे बच्चों के शरीर में विटामिन डी की कमी हो सकती है। ऐसे में बच्चे को दिनभर में थोड़ी देर धूप में जरूर लेकर जाएं।
सेरोटोनिन का उत्पादन
आवश्यक मात्रा में धूप मिलने से सेरोटोनिन का उत्पादन होता है। सेरोटोनिन को हैप्पी हार्मोन भी कहते हैं जिससे खुशी और सिक्योरिटी की भावना आती है। सेरोटोनिन बच्चों में नींद और पाचन को नियंत्रित करता है।
इंसुलिन लेवल को बनाए रखता है
कम उम्र में ही धूप लेने से डायबिटीज जैसी बीमारियों से बचने में मदद मिल सकती है। यह न सिर्फ बॉडी में इंसुलिन लेवल को बनाए रखता है बल्कि विटामिन डी शरीर को इंसुलिन लेवल को नॉर्मल रखने में भी सहायता करता है। बचपन में हेल्दी डाइट लेने और एक्सरसाइज करने से भी डायबिटीज का खतरा कम होता है।
एनर्जी लेवल
नवजात शिशु को धूप में रखने से मेलाटोनिन बनने में काफी मदद मिलती है। मेलाटोनिन का लेवल बेबी के स्लीप पैटर्न को रेगुलेट करता है जो स्वस्थ रहने के लिए अच्छा है। धूप से मेलाटोनिन लेवल गिरता है और सेरोटोनिन बनता है जिससे एनर्जी लेवल बढ़ता है और मूड भी अच्छा रहता है।
पीलिया से होगा बचाव
शिशु को धूप में ले जाने से पीलिया का खतरा कम हो सकता है। कई स्टडी में बताया गया है कि धूप में बिल्रूबिन को तोड़ने में मदद मिलती है। बिल्रूबिन बढ़ने से त्वचा पीली पड़ जाती है। शिशु को कुछ समय के लिए धूप में लेकर जाने से पीलिया के लक्षण कम करने में मदद मिलती है। हालांकि शिशु बीमार है, तो डॉक्टर की सलाह पर ही उसे धूप में लेकर जाएं।
शिशु का दिमाग होगा विकसित
नवजात शिशु के दिमाग के लिए सर्दियों की धूप फायदेमंद होती है। इससे दिमाग में सेरोटोनर्जिक की गतिविधि बढ़ती है। शरीर में सेरोटोनिन हार्मोन से मूड को नियंत्रित रखने में मदद मिलती है। शिशु को धूप में ले जाने से सेरोटोनिन का सही स्तर बना रहता है।
शिशु को सर्दियों की धूप कैसे दिलाएं?
छोटी सी लापरवाही से शिशु की त्वचा खराब हो सकती है। धूप में शिशु को ले जाने से पहले इन बातों का ख्याल रखें-
1. ध्यान रखें कि शिशु की त्वचा धूप से लाल न हो जाए। शिशु की त्वचा नाजुक होती है।
2. इसके साथ ही शिशु को धूप में डिहाइड्रेशन से बचाने के लिए स्तनपान करवाएं। इससे शिशु का शरीर हाइड्रेट रहेगा।
3. शिशु को धूप में लेकर जाने से पहले कैप पहनाएं। इससे शिशु की आंख और चेहरे पर सीधे धूप नहीं पड़ेगी।
4. नवजात शिशु को धूप में ले जा रहे हैं, तो आरामदायक कपड़े पहनाएं। शिशु की त्वचा संवेदनशील होती है इसलिए सीधी धूप से बचाव जरूरी है।
5. अगर धूप निकलने के साथ हवा तेज चल रही है, तो शिशु को बाहर न लेकर जाएं।
6. नवजात शिशु को धूप सेंकने के लिए लेकर जा रहे हैं, तो समय का खास ख्याल रखें। तेज धूप में लेकर जाने के बजाय सुबह की धूप का फायदा उठाएं।